Tata group will take charge of Air India
Tata group will take charge of Air India Kavita Singh Rathore -RE
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इतिहास दोहरेगा जब 88 साल बाद टाटा ग्रुप संभालेगा Air India की कमान

Author : Kavita Singh Rathore

हाइलाइट्स :

  • 88 साल पहले टाटा ग्रुप के चेयरमेन ने की थी 'Air India' की शुरुआत

  • 88 साल पुराना इतिहास दोहराया जाएगा

  • टाटा ग्रुप ही एक बार फिर संभालेगा Air India की कमान

  • नेशनलाइजेशन के बाद 'टाटा एयरलाइन्स' का नाम बदल कर Air India हुआ

राज एक्सप्रेस। यह बात बहुत ही कम लोग ही जानते हैं कि, भारत की सरकारी एयरलाइन कंपनी 'Air India' की शुरुआत 88 साल पहले टाटा ग्रुप के चेयरमेन 'जहांगीर रतनजी ददभोय टाटा' (JRD Tata) ने की थी और आज एक बार फिर ऐसा समय आने वाला है जब 88 साल पुराना इतिहास दोहराया जाएगा और ऐसा तब होगा जब टाटा ग्रुप ही एक बार फिर इस एयर लाइन की कमान अपने हाथ में लेगा। यहाँ पढ़ें, क्या है Air India डील से जुड़ा पूरा मामला।

क्या है पूरा मामला :

दरअसल, घाटे का सामना कर रही एयरलाइन कंपनी Air India अपनी दिवालिया प्रोसेस से गुजर रही है। इस दौरान कंपनी को खरीदने के लिए 17 मार्च तक अंतिम बोलिया लगाने का ऐलान किया गया था। इस एयरलाइन कंपनी को खरीदने में टाटा ग्रुप ने अपनी रूचि दिखाई। इतना ही नहीं टाटा ग्रुप इस नेशनल कैरियर के लिए अपनी बोली लगा कर इस डील के काफी करीब पहुंचते हुए भी नजर आ रहे हैं। खबरों के अनुसार, टाटा ग्रुप सिंगापुर एयरलाइन्स के साथ मिलकर Air India को खरीदने के लिए बोली लगाएगा और दोनों कंपनियां मिल कर Air India का अधिग्रहण करने के लिए एक साथ काम कर रही हैं।

टाटा ग्रुप की डील को सफल बनाने की कोशिश :

खबरों के अनुसार अब एक बार फिर यह एयरलाइन वापस टाटा कंपनी संभाल सकती है। टाटा ग्रुप इस डील को सफल बनाने में लगा हुआ है टाटा ग्रुप की इस डील के तहत प्लान एयर एशिया इंडिया का मर्जर और एयर इंडिया एक्सप्रेस शामिल हैं। बताते चलें, एयर इंडिया एक्सप्रेस एयर इंडिया की 100% सब्सिडियरी है। वहीं, टाटा ग्रुप द्वारा एयर इंडिया एक्सप्रेस खरीदने की मंजूरी को लेकर मलेशियाई आंत्रप्रन्योर टोनी फर्नांडिस से भी संपर्क किया गया, इस कंपनी की एयर एशिया में 49% हिस्सेदारी है।

एयर एशिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस का मर्जर :

खबरों के अनुसार, जल्द ही एक नई डील सामने आ सकती है। इस डील के तहत टाटा ग्रुप द्वारा एयर एशिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के मर्जर का प्रस्ताव रखा गया है। बताते चलें कि, एयर एशिया की शुरुआत साल 2013 में टाटा ग्रुप और फर्नांडिस के बीच एक जॉइंट वेंचर के तहत हुई थी।

Air India का इतिहास :

Air India की शुरुआत साल 1932 में टाटा समूह ने 'टाटा एयरलाइन्स' के नाम से शुरू की थी, लेकिन साल 1946 में इस कंपनी का नाम बदलकर Air India कर दिया गया। साल 1953 में जब नेशनलाइजेशन हुआ तब डोमेस्टिक मूवमेंट के लिए इंडियन एयरलाइन्स और इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए Air India को चुना गया। Air India की दोनों कंपनियों ने मिलकर एक वायुदूत कंपनी शुरू की, इसी कंपनी का साल 1993 में इंडियन एयरलाइन्स से समझौता हो गया। इससे फायदा होने की जगह कंपनी कर्ज में डूबने लगी।

इसके बाद साल 2005 में कंपनी ने 111 हवाई जहाज खरीदे जिससे कंपनी के ऊपर 70 हजार करोड़ रुपए का कर्ज और बढ़ गया। इसके बाद साल 2007 में एअर इंडिया (Air India) और इंडियन एयरलाइन्स (Indian Airlines) का समझौता हो गया। ये समझौता कंपनी के लिए नुकसान का समझौता साबित हुआ। इसके बाद से कंपनी को लगातार नुकसान होता ही चला गया और कंपनी एक बड़े कर्ज में डूब गई। वहीं साल 2018-19 में भी Air India को 8,556.35 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था।

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