ग्वालियर में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई
ग्वालियर में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई Raj Express
क्राइम एक्सप्रेस

ग्वालियर में बड़ी कार्रवाई : लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए नगर निगम कर्मी को किया गिरफ्तार

Priyanka Yadav

हाइलाइट्स :

  • प्रदेश में तेजी से सामने आ रहे है भ्रष्टाचार के मामले

  • अब ग्वालियर नगर निगम का टैक्स कलेक्टर घूस लेते पकड़ा

  • पुलिस ने उसके एक साथी आउट सोर्स कर्मी को भी पकड़ा

  • इस मामले में टैक्स कलेक्टर और उसके सहायक पर मामला दर्ज

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। MP रिश्वतखोरी का गढ़ बन रहा है। अब रिश्वतखोरी का ताजा मामला मध्यप्रदेश के ग्वालियर से सामने आया है। इसकी जानकारी मिलते ही लोकायुक्त पुलिस आज कार्रवाई करने ग्वालियर पहुंची, इस दौरान लोकायुक्त ने नगर निगम में पदस्थ टैक्स कलेक्टर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।

ग्वालियर नगर निगम का टैक्स कलेक्टर 2 हजार की घूस लेते पकड़ा

लोकायुक्त पुलिस के पुलिस अधीक्षक रामेश्वर सिंह के अनुसार लोकायुक्त ने नगर निगम के एक टीसी व उसके सहायक को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। उक्त आरोपी रिटायर्ड डीएसपी से एक मकान के नामांतरण के ऐवज में यह रिश्वत ले रहे थे। फिलहाल लोकायुक्त पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लोकायुक्त की यह कार्रवाई शुक्रवार सुबह 11 बजे लूटपुरा के क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक 3 की है।

आरोपी ने फरियादी से मकान का नामांतरण के लिए एवज में मांगी थी रिश्वत :

शहर के भिंड रोड दीनदयाल नगर निवासी 71 वर्षीय भगवान दास पंत पुत्र हीरालाल पंत पुलिस विभाग से रिटायर्ड डीएसपी हैं। उन्होंने कुछ समय तक लोकायुक्त में भी सेवाएं दी हैं। रिटायर्ड डीएसपी पंत ने हाल ही में सागरताल रोड पर एक मकान लिया है। जिसका नामातंरण उन्हें कराना था। इसके लिए नगर निगम में उन्होंने आवेदन किया था। वहां उन्होंने अपनी पहचान बताई तो अफसरों ने मौखिक निवेदन पर ही नामांतरण कर फाइल को आगे बढ़ा दिया। नगर निगम हैड ऑफिस से यह फाइल अब संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक-3 लूटपुरा जाना थी। जब फरियादी क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे तो यहां टीसी गोपाल सक्सैना और उसके सहायक रोहित कुमार ने रिटायर्ड डीएसपी भगवानदास पंत से रिश्वत मांगी। वह हैड ऑफिस से फाइल उठाकर प्रॉपर्टी को उनके नाम पर चढ़ाने के बदले 3 हजार रुपए मांग रहे थे। सितंबर 2022 से फाइल को अटकाए हुए थे। लगातार परेशान होने के बाद भगवान दास ने मामले की शिकायत एसपी लोकायुक्त से की थी। नगर निगम के टीसी और उसके सहायक ने मकान के नामांरण के लिए रिटायर्ड डीएसपी भगवान दास पंत से 3 हजार रुपए मांगे थे। एक हजार रुपए वह पहले ले चुका था। अब शुक्रवार को फरियादी 2 हजार रुपए लेकर पहुंचा था, लेकिन इस बार लोकायुक्त की टीम पहले से ही नगर निगम के क्षेत्रीय कार्यालय में मौजूद थी। उसने जैसे ही टैक्स कलेक्टर को 2 हजार रुपए दिए और टीसी ने रिश्वत के रुपए अपनी शर्ट की जेब में रखे तभी लोकायुक्त पुलिस ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोपी टीसी गोपाल सक्सैना के साथ सहायक रोहित कुमार भी पकड़ा गया है।

हाथ धुलाए तो रंगीन हुए हाथ :

रिश्वत लेते रंगे हाथ टीसी के पकड़े जाने के बाद लोकायुक्त पुलिस न आरोपी के हाथ और शर्ट की जेब पर केमिकल लगाया। केमिकल लगाते ही आरोपी के हाथ गुलाबी रंग के हो गए। वहीं फरियादी पंत का कहना है कि वह पुलिस विभाग से रिटायर्ड हैं। वह पुलिस के अलावा लोकायुक्त में भी रहे हैं। जब उन्होंने टैक्स कलेक्टर को अपने बारे में बताया तो भी वह नहीं माना। उसको तो बस रिश्वत चाहिए थी। मैं क्या करता परेशान हो गया था। तभी मैंने मन ही मन भ्रष्ट टीसी को सबक सिखाने का संकल्प लिया और लोकायुक्त कार्यालय पहुंच गया।

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