केंद्र सरकार लेने वाली है बड़ा फैसला
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भारत

Kashmir: Article 370 को रद्द करने 3 साल बाद केंद्र सरकार लेने वाली है बड़ा फैसला, जल्द कर सकती है यह घोषणा

Akash Dewani

राज एक्सप्रेस। खबर आ रही है कि केंद्र सरकार साल 2019 में अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद अब चरणबद्ध तरीके से कश्मीर के अंदरूनी इलाकों से भारतीय सेना को वापस लेगी। बताया जा रहा है कि करीब 2 साल से इसकी चर्चा निचले स्तर पर चल रही थी, लेकिन अब यह चर्चा केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के साथ भारतीय सेना के उच्च स्तरीय अधिकारी और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उच्च स्तरीय अधिकारियों के बीच चल रही है। हालांकि सरकार इस खबर की किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं की है, लेकिन कयास लगाए जा रहे है की जल्द ही केंद्र सरकार इसको लेकर बहुत बड़ा फैसला करने वाला है।

हटाई जाएगी अंदरूनी इलाकों से सेना

मीडिया रिपोर्ट की माने तो केंद्र सरकार बहुत जल्द फैसला लेने वाली है कि भारतीय सेना जिसे अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद कश्मीर घाटी में तैनात किया गया था, उसे अब धीरे धीरे चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा। बताया जा रहा है कि भारतीय सेना के हटाए जाने के बाद वह पैरामिलिट्री फोर्सेज जैसे सीआरपीएफ को कुछ समय के लिए तैनात किया जाएगा और जब हालत पूरे तरीके से सामान्य हो जायेंगे तो उस इलाके का पूरा दर्मादार जम्मू कश्मीर पुलिस के हाथो सौप दिया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार कश्मीर अनंतनाग और कुलगाम के इलाको से सेना को हटा, पैरामिलिट्री फोर्सेज और जम्मू कश्मीर पुलिस को तैनात किया जाएगा और यह भी देखा जाएगा की जम्मू कश्मीर पुलिस आतंकवादी घटनाओं और हमलों से निपटने के काबिल है या नहीं। बताया जा रहा है कि भारतीय सेना के हटाए जाने के बाद आतंकवादी घटनाओं से निपटने के लिए सीआरपीएफ की टीमों को तैनात किया जाएगा।

क्या है केंद्र सरकार की मंशा?

रिपोर्ट्स के हवाले से बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा इस मुद्दे पर विचार-विमर्श के पीछे न केवल कश्मीर में सामान्य स्थिति का दावा करना है बल्कि इसे दिखाना भी है। केंद्र सरकार ने लगातार कहा है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी में भारतीय सेना और आम लोगों पर आतंकवादी हमले 50 प्रतिशत से कम हुए है, लेकिन कश्मीर घाटी के अंदरूनी इलाकों में तैनात की गई बड़ी तादात पर सेना, कश्मीर में सामान्य स्थिति के दावे को गलत साबित करती है, इसीलिए केंद्र सरकार यह दिखाना चाहती है कि कश्मीर में अब सही मायनो में सामान्य स्थिति स्थापित हो रही है।

वर्तमान में कश्मीर घाटी में कितने जवान है तैनात?

वर्तमान में कश्मीर घाटी के अंदर 1 लाख 30 हजार से ज्यादा भारतीय सेना के जवान तैनात है जिसमे से 80 हजार भारत पाक सीमा यानी LOC पर तैनात है, कश्मीर के अंदरूनी इलाकों में 50 हजार तैनात है। भारतीय सेना के अलावा घाटी में आतंकवादी घटनाओं से लिपटने और कानून व्यवस्था को स्थिर रखने के लिए 1990 में बनी राष्ट्रीय राइफल के लगभग 40 से 45 हजार जवान, सीआरपीएफ के 60 हजार जवान और जम्मू कश्मीर पुलिस से लगभग 83 हजार पुलिस कर्मी कश्मीर घाटी में तैनात है। इन सब सुरक्षा दलों में से जम्मू कश्मीर पुलिस के अलावा राष्ट्रीय राइफल और सीआरपीएफ के जवान भारतीय सेना के हटाए जाने के बाद उन क्षेत्रों में तैनात किए जाएंगे।

क्या आने वाले समय में सिर्फ भारत पाक सीमा पर दिखेगी सेना?

रिपोर्ट्स की माने तो सरकार धीरे धीरे कर के सेना और केंद्र शासित सुरक्षा बल के जवानों को कश्मीर के अंदरूनी हिस्से से हटाने की योजना पर विचार कर रही है। ऐसा हुआ तो कुछ सालो के बाद कश्मीर की बेहतर तरीके से सामान्य होने के बाद सिर्फ भारत पाकिस्तान सीमा पर भारतीय सेना दिखाई देगी और कश्मीर अंदरूनी हिस्से की सुरक्षा की जिम्मेदारी जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ राष्ट्रीय राइफल को सौप दी जाएगी। लेकिन केंद्र सरकार ने इस फैसले की आधिकारिक घोषणा/पुष्टि नहीं की है लेकिन मीडिया में आई रिपोर्ट्स की माने तो जल्द ही ऐसा कोई फैसला लिया जा सकता है।

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