17 गौवंश की मौत
17 गौवंश की मौत Priyanka Yadav
मध्य प्रदेश

ग्वालियर: कमरे में बंद 17 गौवंश की मौत, स्कूल परिसर में दफनाया

Author : Priyanka Yadav

राज एक्सप्रेस। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के डबरा तहसील के समूदन गांव में घटना हुई, ग्राम समूदन में विगत दिवस हुई गौवंश की मौतों के मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा गहरी नाराजगी प्रकट करने के बाद जिला प्रशासन में खलबली मची हुई है। बुधवार को एसडीएम ने स्कूल परिसर में खुले चार विभागों के अधिकारियों को नोटिस जारी कर यहां पदस्थ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा रिपोर्ट तीन दिवस के अंदर ग्वालियर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए हैं।

जानकारी के अनुसार

बुधवार को ग्राम समूदन में बने शासकीय माध्यमिक विद्यालय परिसर में बने एक कमरे में 17 गौवंश की चारा पानी न मिलने के कारण मौत हो गई थी, तब इन गौवंश को कमरे में बंद करने वाले लोगों ने स्कूल परिसर में ही गड्ढा खोदकर उन्हें दफना दिया था, लेकिन बाद में गौसेवकों को इसकी जानकारी मिली तो अनेक गौसेवक मौके पर पहुंच गए, जिन्होंने गौवंश की मौतें होने पर विरोध प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। इसके बाद स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी लगी तो भारी मात्रा में पुलिस फोर्स एवं प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने मृत गौवंश को गड्ढों से बाहर निकलवाया।

तीन दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश

गुरूवार को मामले में एसडीएम राघवेंद्र पाण्डेय द्वारा लोक निर्माण विभाग, जनपद पंचायत, शिक्षा विभाग के अलावा महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को नोटिस जारी कर यहां पदस्थ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं। चूंकि स्कूल परिसर में चारों विभागों के कर्मचारी कार्य करते हैं तथा इनके कार्यालय भी स्कूल परिसर में ही बने हुए हैं। गौवंश को 1 कमरे में बंद होने की जानकारी इन विभागों के कर्मचारियों को भी थी, लेकिन किसी भी विभाग के कर्मचारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना नहीं दी। जिसके चलते गौवंश की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। जिसके चलते एसडीएम ने चारों विभागों के अधिकारियों से जबाव तलब कर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने तथा जांच रिपोर्ट 3 दिन के अंदर ग्वालियर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए हैं।

मुख्यमंत्री ने दिए निष्पक्ष जांच के आदेश

ग्राम समूदन में लापरवाही से हुई 17 गौवंश की मौत के बाद सीएम कमलनाथ ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से गहरा दु:ख प्रकट किया है तथा मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से बताया कि जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन आदेशों के बाद जिला स्तर से लेकर अनुविभाग स्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों में हड़कंच मच गया है और अधिकारी मामले की बारीकि से जांच करने के जुट गए हैं।

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