पूर्व मंत्री इमरती देवी फिर सुर्खियों में
पूर्व मंत्री इमरती देवी फिर सुर्खियों में Raj Express
मध्य प्रदेश

पूर्व मंत्री इमरती देवी फिर सुर्खियों में : पंडोखर सरकार के दरबार में लगाई हाजिरी पूछा मुझे किसने हरवाया

Pradeep Tomar

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति करने वाले सक्रिय हो गए है और बाबाओ के दरबार में दस्तक देने का काम शुरू कर दिया गया है। पार्टी बदलने के बाद डबरा से उप चुनाव में उम्मीदवार बनी भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी अपनी हार को अभी तक पचा नहीं पाई है और यही कारण है कि इसको लेकर कई बार बहुत कुछ कह चुकी है। उनको सुर्खियो में रहना एक आदत बन गई है और अब उन्होंने पंडोखर सरकार के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंची और उनसे पूछा कि मैं साफ राजनीति करने वाली हूं, लेकिन मुझे किसने हरवा दिया। इस सवाल पर पंडोखर सरकार ने जवाब दिया कि आपको नई नवेली पार्टी के ही एक बड़े नेता ने हराने का काम किया है। इस जवाब को सुनकर पंडोखर सरकार के दरबार में बैठे लोग सन्न रह गए। इसके संबंध में सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।

लोग क्या पूछने जाते है उसे पहले ही पर्ची पर लिखकर बताने में और लोगों का भविष्य लिखने के लिए पंडोखर सरकार जाने जाते है। उनके दरबार में सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री भाजपा नेत्री इमरती देवी भी पहुंची। जब पूर्व मंत्री इमरती देवी ने पंडोखर सरकार से चुनाव हराने वाले का नाम पूछा तो पंडोखर सरकार ने जवाब में कहा कि वर्तमान में आप जिस पार्टी में है उसी के एक नेता ने आपको चुनाव हरवाया है, लेकिन नाम यहां नहीं बताऊंगा बल्कि डबरा आकर ही बताऊँगा। लेकिन हारने के बाद भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष आपने अपने बना लिए। इमरती देवी के दूसरे सवाल कि उनकी नातिन 3 साल की है बोल नहीं पाती है, तो उनको जवाब दिया कि अब नातिन बोलेगी धाम पर लाएं। गौरतलब है कि ग्वालियर में प्रसिद्ध कथा वाचक जया किशोरी की कथा चल रही है, इसमें विशेष आमंत्रण पर पंडोखर सरकार ने अपना दरबार लगाया था।

हार का दर्द ऐसा है कि भूल नहीं पा रही :

सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी का विधानसभा उपचुनाव में हुई हार का दर्द अभी तक नहीं भुला पा रही है और यही दर्द एक बार फिर छलका। ग्वालियर के हरिशंकरपुरम में भागवत कथा के दौरान गुरुशरण महाराज उर्फ पंडोखर सरकार से उन्होंने पूछा कि वो चुनाव कैसे हार गईं। उनको चुनाव किसने हरवाया। इस पर पंडोखर सरकार बोले आपकी वर्तमान पार्टी के नेता ने चुनाव हरवाया है।अब यह व्यक्ति कोई भी हो सकता है। नाम उनको पता है, लेकिन वह उसे खोलेगे नहीं बताएंगे। उस व्यक्ति का नाम जब डबरा में दरबार लगेगा तब बताएंगे। पंडोखर सरकार के खुलासे के बाद एक बार फिर इमरती की हार चर्चा में आ गई है। इमरती देवी पहले भी कई मौकों पर वह अपनी हार के लिए पार्टी में भीतरघात को जिम्मेदार बता चुकी हैं, साथ ही इसको लेकर भाजपा प्रदेश नेतृत्व को शिकायत भी कर चुकी है।

उपचुनाव में इमरती को उनके ही समधी ने हराया था :

इमरती देवी 2018 के विधानसभा चुनाव में ग्वालियर की डबरा सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीती थी। साल 2020 में वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हो गई और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद इसी साल एक साथ 28 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हुए थे। डबरा सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ी इमरती देवी का मुकाबला उनके समधी और कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे से था। इस चुनाव में कांग्रेस के सुरेश राजे ने इमरती देवी को 7568 वोटों से हरा दिया था।

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