पूर्व मंत्री ने अपने आवास पर की बैठक
पूर्व मंत्री ने अपने आवास पर की बैठक Raj Express
मध्य प्रदेश

Gwalior : कांग्रेस में खटपट, अध्यक्ष बोले किसी में दम हो तो मुझे हटवा दो

राज एक्सप्रेस

ग्वालियर, मध्यप्रदेश। कांग्रेस में खटपट का दौर जारी है ओर एक दूसरे पर आरोप लगाने का खेल चल रहा है। इसकी शुरुआत संजय गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम से हो गई थी, जब विधायक सतीश सिकरवार ने कहा था कि अध्यक्षजी ऐसे कांग्रेस कैसे चलेगी, यहां देखो मात्र 6-7 लोग ही आएं हैं। इसके बाद बुधवार को कांग्रेस दफ्तर में फिर यही बात हुई तो अध्यक्ष भी तैश में आ गए ओर उन्होंने ऐलान कर दिया कि अगर किसी में दम है तो मुझे हटवा कर देख लो।

कांग्रेस दफ्तर में बुधवार को सरदार बल्लभ भाई पटेल को याद करने के लिए कांग्रेसी एकत्रित हुए थे। उस समय एक बार फिर विधायक सतीश सिकरवार ने कहा कि अध्यक्ष जी ऐसे कांग्रेस कैसेा मुकाबला कर सकेगी, अगर कांग्रेसी नहीं आ रहे तो कार्यकारिणी घोषित कराओ। विधायक की इस बात को सुनकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि काफी लोग मुझे हटवाने के लिए लम्बे समय से लगे हुए है, लेकिन क्या वह सफल हो सके। अगर किसी में दम हो तो मुझे हटवा दें। इस बात को सुनकर कांग्रेसी भी सन्न रह गए। अध्यक्ष की इस बात के पीछे दम इसलिए दिख रहा है कि उनके खिलाफ कांग्रेसी लगे तो लम्बे समय से है, लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है, यही कारण है कि जब शहर से कांग्रेसी भोपाल अध्यक्ष कमलनाथ के पास मिलने पहुंचते है तो उनसे एक ही बात कही जाती है कि किसी एक नाम पर सहमति बनाकर लाओ। अब सहमति कैसे बने, क्योंकि विधायक सतीश सिकरवार, प्रवीण पाठक अपने समर्थक को अध्यक्ष बनवाना चाहते है, जबकि सुनील शर्मा भी अपने गुणाभाग में लगे हुए है। वैसे अध्यक्ष कौन होगा यह प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष व कोषाध्यक्ष अशोक सिंह के ऊपर भी निर्भर है, क्योंकि वह अगर किसी नाम पर अपनी मुहर लगा दें तो उसका नाम फायनल हो सकता है, लेकिन हमेशा की तरह वह सिर्फ सुनते है, बोलते कम है। यही कारण है कि ग्वालियर शहर कांग्रेस अध्यक्ष के लिए फिलहाल किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन रही है। हालात यह है कि सिंधिया के खिलाफ बयान जारी करने के बाद उसे तत्काल वापस लेने से भी कांग्रेस की खासी किसकिरी हो चुकी है ओर हालात यह है कि सिंधिया के खिलाफ कोई भी बोलने से बच रहा है। एक कांग्रेस नेता का कहना है कि स्वंयं के धंधे बचाने के लिए ऐसे बयान देने से बचा जा रहा है जबकि अगर किसी साधारण कांग्रेसी को अध्यक्ष बना दिया जाएं तो वह भाजपा से टक्कर लेकर खुलकर लड़ाई लड़ सकता है।

फिर भोपाल की हुई दौड़ शुरू :

शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा के चैलेंज के बाद एक बार फिर कांग्रेसियों ने भोपाल की दौड़ लगाना शुरू कर दी है। सूत्र का कहना है कि नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित गुरुवार को भोपाल पहुंच गए है ओर वह कमलनाथ से मुलाकात करने के साथ ही अन्य कांग्रेसियों से मिलकर अपनी बात रखेगें। इसके बाद 20 दिसंबर को पूर्व मंत्री बालेन्दु शुक्ला अपने दलबल के साथ भोपाल जाने वाले हैं।

पूर्व मंत्री ने अपने आवास पर की बैठक :

शहर कांग्रेस अध्यक्ष की चुनौती के बाद गुरुवार को पूर्व मंत्री बालेन्दु शुक्ला के आवास पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई गई। वैसे इस बैठक को चाय पार्टी नाम दिया गया था, लेकिन यहां संगठन कैसे मजबूत होगा इस पर चर्चा तो हुई ही साथ ही एकजुट होकर काम करने पर भी जोर दिया गया।

पूर्व मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बालेंद्र शुक्ला ने कहा कि संगठन जब मजबूत होगा तभी कांग्रेस मजबूत होगी, क्योंकि बिना संगठन के कोई भी काम सफल नहीं हो सकता। इसलिए हम सभी को संगठन मजबूत करने पर ध्यान देना होगा। बैठक में भले ही संगठन मजबूती की बात की हो, लेकिन मुख्य मक सद अब शहर कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ कांग्रेसियों को एकजुट करना है। बैठक में महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती रुचि राय गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस सचिव प्रेम सिंह कौरव, अजय जोहरी, पूर्व संगठन प्रभारी महामंत्री लतीफ खान मल्लू, अनुसूचित जनजाति के प्रदेश संयोजक महेश मधुरिया, भोला पाल, श्रीमती रचना कुशवाहा, अंजना चौहान, रवि चौखट, अशोक गौतम, लोकेंद्र शर्मा, ओपी बाथम, सत्येंद्र जाटव, अंजना राजावत, सुरेश भदोरिया, भगवान दास कुशवाहा, बालकृष्ण शर्मा आदि लोग उपस्थित थे।

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