स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर बना देश-प्रदेश का प्रेरणा स्रोत : विष्णुदत्त शर्मा
स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर बना देश-प्रदेश का प्रेरणा स्रोत : विष्णुदत्त शर्मा Syed Dabeer Hussain - RE
मध्य प्रदेश

स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर बना देश-प्रदेश का प्रेरणा स्रोत : विष्णुदत्त शर्मा

Author : राज एक्सप्रेस

भोपाल, मध्यप्रदेश। स्वच्छता में इंदौर शहर का पांचवी बार सबसे स्वच्छ शहर चुना जाना प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के लिए गर्व का विषय है। लगातार अपना परचम लहराने वाला यह शहर देश और प्रदेश के अन्य शहरों के लिए प्रेरणा स्रोत और पथ प्रदर्शक बन गया है। इंदौर और स्वच्छता एक-दूसरे के पर्याय बन गए हैं।

यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने इंदौर के एक बार फिर देश का सबसे स्वच्छ शहर चुना जाने तथा शहर की सफाईकर्मी इंदिराबाई को सफाई मित्र अवार्ड मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कही। श्री शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश के 10 लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में देश के 20 टॉप शहरों में मप्र के चार शहर का शामिल होना भी मप्र की बड़ी उपलब्धि है। श्री शर्मा ने कहा कि इंदौर के स्वच्छता में एक बार फिर सिरमौर बनने पर मैं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, इंदौर शहर के नागरिकों, अधिकारियों, सफाईकर्मियों और प्रदेशवासियों को बधाई देता हूं।

उन्होंने कहा कि स्वच्छता अब इंदौर शहर की आदत बन गई है, जिसे प्रोत्साहित करने में प्रशासन, नगर निगम और समर्पित सफाईकर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि सफाई के प्रति इंदौर के नागरिकों, सफाईकर्मियों और व्यवस्था में लगे अधिकारियों के जज्बे को इस तथ्य से समझा जा सकता है कि कोरोना संकट के दौरान भी उन्होंने स्वच्छता के काम को बाधित नहीं होने दिया। श्री शर्मा ने आशा जताई कि प्रदेश के अन्य शहर भी इंदौर के रास्ते पर चलकर स्वच्छता के क्षेत्र में अपना नाम स्थापित करेंगे। श्री शर्मा ने स्वच्छ भारत मिशन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि जिस उद्देश्य से यह मिशन शुरू किया गया था, उसमें वह पूरी तरह सफल रहा है और स्वच्छता देश-प्रदेश में एक जुनून बनती जा रही है।

मध्यप्रदेश को मिली अपार उपलब्धियां :

श्री शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। 10 लाख से अधिक आबादी की श्रेणी में देश के 20 टॉप शहरों में इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर का शामिल होना प्रदेशवासियों के लिए गौरव का विषय है। वहीं एक से 10 लाख की आबादी की श्रेणी में प्रदेश के 25 शहर, 50 हजार से 1 लाख एवं 25 हजार से 50 हजार आबादी की श्रेणी इन दो वर्गों में प्रदेश के 26 शहर शामिल होना और 25 हजार से कम आबादी की श्रेणी में 35 शहर का शामिल होना मध्यप्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के छह शहरों को विभिन्न श्रेणियों में राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित होना और मध्यप्रदेश को देश के तीसरे सबसे स्वच्छ राज्य का पुरस्कार मिलना भी प्रत्येक प्रदेशवासियों के सहयोग से ही संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान जिस संकल्पना के साथ शुरू किया उसे मध्यप्रदेश बखूबी आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में मध्यप्रदेश ने स्वच्छता सर्वेक्षण में बड़ी छलांग लगाई है। मुख्यमंत्री चौहान एवं नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के अथक परिश्रम और पुरस्कार प्राप्त करने वाले नगरीय निकाय के नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों, कर्मचारियों के सहयोग से मध्यप्रदेश ने स्वच्छता सर्वेक्षण में देश में अलग स्थान बनाया है।

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