कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए अमन, ख़ैर, और सलामती की दुआऐं की गईं
कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए अमन, ख़ैर, और सलामती की दुआऐं की गईं सांकेतिक चित्र
मध्य प्रदेश

कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए अमन, ख़ैर, और सलामती की दुआऐं की गईं

Author : Shahid Kamil

भोपाल, मध्यप्रदेश। शाम होते ही इत्र, लोबान और फूलों की खुशबुओं और महक से शहर की फ़िजा बेहद खुशगवार हो गई। रात भर शहर में रतजगा का मज़हबी माहौल क़ायम रहा, इसी मज़हबी माहौल में नेक बन्दे रात भर इबादत में मशगूल रहे दुआऐं की गईं और सुबह अनेक लोगों ने रोज़े रखकर इस्लामी त्यौहार शब-ए-बारात का पर्व श्रद्धा और भक्तिपूर्ण माहौल में परम्परागत ढंग से ऑल इण्डिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी के तत्वावधान में अक़ीदत के साथ मनाया। रात भर मस्जिदों, ख़ानकाहों, दरग़ाहों, इमामबाड़ों, कब्रस्तानों और प्राचीन करबला शरीफ़ पर लोगों ने इबादत कर अमन, ख़ैर सलामती,ख़ुशहाली की दुआऐं मांगी।

शब-ए-बारात के मौके़ पर जुमा एवं सनीचर की रात में मुस्लिम धर्मावलम्बियों ने अपने-अपने क्षेत्रों के कब्रस्तान एवं दरग़ाहों पर अपने पूर्वजों एवं अपने परिजनों की कब्रों पर पहुंचकर दरूद फातिहा पढ़ी और फिर वहाॅं से लौटकर अपने-अपने मोहल्लों की मस्जिदों, मदरसों, ख़ानकाहों, इमामबाड़ों में कुरआन पाक़ की तिलावत करने सहित नफ़िल नमाज़ें भी पढ़ते रहे। मुस्लिम मर्द और नौजवान मस्जिदों में और महिलाएँ व बच्चे अपने घरों में इबादत करते रहे। ये सिलसिला सुबह फ़जर की नमाज़ तक जारी रहा। अनेक जगहों पर ग़रीबों के लिए सेहरई और तबर्रूक़ का भी ख़ास इंतेज़ाम किया गया।

शब-ए-बारात की फ़जीलत पर ऑल इण्डिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी के चैयरमेन क़ायद ए मिल्लत पीरज़ादा हज़रत डाॅ. औसाफ शाहमीरी खुर्रम मियाॅं साहब ने बताया कि इस्लामी त्यौहारों में रमज़ान मुबारक़ से पहले शब-ए-बारात मख़सूस इबादत की रात है और बुजुर्गो के बताए हुए तरीके़ के अनुसार शब-ए-बारात फ़ैसलों की रात मानी जाती है। इस रात में अल्लाह पाक हर व्यक्ति की दुआ को कु़बूल करता है और उसके गुनाहों को माफ़ करता है, जो व्यक्ति शबे क़दर में अल्लाह पाक से जो भी मांगता है, उसे इस रात में मिल जाता है। उन्होंने कहा कि इस रात में फ़रिश्ते दुनिया के सभी बन्दों का साल भर का आमालनामा यानी लेखा-जोखा भी अल्लाह पाक़ के समक्ष पेश करते हैं, जिस पर अल्लाह पाक़ अपने फ़ैसले फ़रमाता है और नेक बंदो को इनाम की रहमतों से नवाज़ता है, इसलिए तमाम मुसलमानों को नेकी के तरीकों पर अमल करना चाहिए और अल्लाह पाक से ख़ैर-ओ-बरक़त खुशहाली की दुआऐं मांगना चाहिए।

शहर में शबे बारात पर्व के मौके़ पर परम्परागत कई स्थानों पर ख़ूसूसी इबादत की गई : मंगलवारा मस्जिद, सुन्नी सक़लैनी जामा मस्जिद अशोका गार्डन, ख़ानक़ाह शरीफ़ मुईनिया चिश्तिया हुसैनिया आरिफ़ नगर सहित निज़ामुद्दीन काॅलोनी सोनागिरी, बाग़ सेवनिया, भेल, गाॅंधी नगर, बैरागढ़, करोद भानपुर आदि अनेक मोहल्लों में सूफियों मशायख़ीन, और उलेमाओं की मौजूदगी में इबादत हुई और तबर्रूक़ तक़सीम किया गया।

ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी के महासचिव क़ाज़ी सैयद अनस अली ने बताया कि शबे बारात पर मुसलमानों के घरों में इबादतें होने के साथ-साथ ही परम्परानुसार हलवा, खीर, मिठाई आदि पकवान बनाकर फ़ातेहाख़्वानी करके भूखों, ग़रीबों, मोहताज़ों, विकलांगों को तबर्रूक़ तकसीम किया गया। उन्होंने बताया कि शबे बारात के मौके़ पर कई लोग भोपाल से रायसेन स्थित हज़रत ख्वाजा ग़रीब नवाज़ चिश्ती के जानशीन भान्जे हज़रत ख्वाजा शरफउद््दीन पीर फ़तेहउल्ला शाह चिश्ती र.अ. की प्राचीन दरग़ाह शरीफ़ पर फ़ातिहाख़्वानी और ज़ियारत करने के लिए गये और रात भर इबादत करने के बाद सुबह वापस अपने-अपने घरों पर लौटे। इसी तरह शहर की सभी दरग़ाहों और प्राचीन कऱबला शरीफ़ पर भी इबादत करने वालों का आना जाना जुमा के दिन से ही लगा रहा। उन्होंने बताया कि ऑल इण्डिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी के नुमाईदों ने झुग्गी बस्तियों में ग़रीबों को और बस स्टैण्ड, रेलवे स्टैण्ड पर मुसाफ़िरों, परदेसियों के लिये लंगर का भी इंतज़ाम किया गया सभी को तकर्रूक़ तक़सीम किया गया।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT