सीएम राइज स्कूलों में अभी भी सात हजार शिक्षकों की कमी
सीएम राइज स्कूलों में अभी भी सात हजार शिक्षकों की कमी सांकेतिक चित्र
मध्य प्रदेश

सत्र दहलीज पर, सीएम राइज स्कूलों में अभी भी सात हजार शिक्षकों की कमी

Gaurishankar Chaurasiya

भोपाल, मध्यप्रदेश। एक तरफ स्कूल शिक्षा का नवीन सत्र दहलीज पर है तो दूसरी ओर राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी सीएम राइज स्कूल योजना में अभी भी शिक्षकों की पूर्ति नहीं हो पाई है। प्रदेश के हर जिले को मिलाकर ढाई सैकड़े से अधिक स्कूल खोले गये हैं। जहां पर सात हजार शिक्षकों की कमी आंकी गई है।

स्कूल शिक्षा का नवीन सत्र 13 जून से प्रारंभ होने जा रहा है। प्रदेश सरकार मौजूदा शिक्षा सत्र से ही बड़े पैमाने पर सीएम राइज स्कूल खोल रही है। विभाग के मुताबिक पूरे प्रदेश में 275 स्कूल प्रारंभिक तौर पर संचालित किए जा रहे हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थपना के लिए परीक्षा का रूल तय किया गया था। यानि जो शिक्षक परीक्षा में उत्तीर्ण होगा। उसी की पदस्थापना सीएम राइज स्कूलों में की जाएगी। जबकि प्राचार्यों के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया अपनाई गई थी। विभाग के अनुसार एक स्कूल में डेढ़ से लेकर दो हजार बच्चों के अध्ययन करने का अनुमान है। जिनमें लगभग 13 हजार विषयवार विभिन्न श्रेणियों के शिक्षकों की जरूरत है। परीक्षा और साक्षात्कार के माध्यम से 6 हजार शिक्षकों और प्राचार्यों की पूर्ति हो गई है। इनमें से अभी यह भी देखना है कि कितने लोग ज्वायन करते हैं। अगर जो लोग ज्वायन नहीं करते हैं तो उनके पद भी खाली रहेंगे।

सात हजार शिक्षकों की अभी कमी :

परीक्षा से चयन होने के बाद भी सीएम राइज स्कूलों में करीब सात हजार शिक्षकों की कमी बनी हुई है। अधिकारी इस बात को लेकर चिंतित हैं, लेकिन दूसर विकल्प निकाला गया है। अफसरों का कहना है कि व्यापमं से परीक्षा पास जिन शिक्षकों की काउंसलिंग चल रही है। उन्हें सबसे पहले सीएम राइज स्कूलों में पदांकन की प्राथमिकता दी जाएगी। ताकि इन स्कूलों में शिक्षकों से कमी को पूर किया जा सके। इसके लिए विषयवार आंकलन किया जा रहा है कि किस स्कूल में कितने विषय वार शिक्षक पदस्थ हो गये हैं। कितने पद खाली हैं। खाली पदों का आंकड़ा लेकर नये चयनित शिक्षकों से उनकी पूर्ति की जाएगी।

बच्चों के परिवहन की प्रक्रिया अंतिम चरणो में :

सीएम राइज स्कूलों में 15 से लेकर 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाली माध्यमिक और प्राथमिक शालाओं के बच्चे भी मर्ज होंगे। इन बच्चों को स्कूलों तक ले जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था करना सरकार के लिए चुनौती है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि यह प्रक्रिया अंतिम चरणों में है। इसके लिए प्रतिदिन कलेक्टरों से रिपोर्ट ली जा रही है। सत्र के पूर्व ही यह प्रबंध जुटा लिए जाएंगे।

इनका कहना :

सीएम राइज स्कूलों में बेहतर व्यवस्थाएं जुटाने के लिए निरंतर काम चल रहा है। जहां तक शिक्षकों की कमी की बात है तो अब यह पूर्ति उन शिक्षकों से होगी, जो पीईबी की परीक्षा से चयनित होकर आये हैं। इस विषय में भी लगातार वर्क चल रहा है।
डीएस कुशवाहा, अपर संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT