इजरायल: टीकाकरण के बावजूद लोगों के संक्रमित होने से Pfizer पर उठ रहे सवाल
इजरायल: टीकाकरण के बावजूद लोगों के संक्रमित होने से Pfizer पर उठ रहे सवाल Syed Dabeer Hussain - RE
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इजरायल: टीकाकरण के बावजूद लोगों के संक्रमित होने से Pfizer पर उठ रहे सवाल

Author : Kavita Singh Rathore

इजरायल। पूरी दुनिया में कोरोना का असर तेजी से बढ़ रहा था। इसी बीच जब कई देशों द्वारा कोरोना की वैक्सीन तैयार करने की खबर सामने आई तो, पूरी दुनिया में खुशी की लहर दौड़ गई। जहां, भारत में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण का अभियान 16 जनवरी से शुरू हुआ है। वहीं, अन्य कई देशों में टीकाकरण पहले से ही जारी है। इसी बीच ऐसी खबर सामने आई है कि, इजरायल में लोगों को फाइजर की वैक्सीन लगने के बावजूद भी लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं।

टीकाकरण के बावजूद संक्रमित पाए गए लोग :

दरअसल, इजरायल में भी 19 दिसंबर 2020 से कोरोना वैक्सीन लगाने का कार्य जारी है। वहां भी लाखों लोगों का टीकाकरण हो चुका है। यहां, सभी को फार्मा कंपनी फाइजर की वैक्सीन लगाई गई थी। इसके बावजूद यहां 12,400 से ज्यादा ऐसे लोग कोरोना से संक्रमित हो गए जिन्हें वैक्सीन लगाई गई थी। बता दें, इनमें से 69 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी थी। इस बारे में तब पता चला जब, फाइजर वैक्सीन लगने के बाद इज़राइल के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कुल 1,89,000 लोगों का परीक्षण किया।

परीक्षण में निकले 6.6% लोग संक्रमित :

इज़राइल के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 1,89,000 लोगों का परीक्षण करने के बाद हैरान कर देने वाले रिजल्ट सामने आए। इस परीक्षण में 6.6% लोग संक्रमित निकले। इस खबर के बाद तो मानों, जैसे फाइजर की वैक्सीन पर सवाल उठ रहे हैं। इन लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद राष्ट्रीय समन्वयक नचमन ऐश ने कहा है कि, 'फाइजर का टीका जितना हमने सोचा था उससे कम प्रभावी था।"

इजरायल के स्वास्‍थ्‍य मंत्री का कहना :

इजरायल के स्वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा है कि, 'कोरोना वैक्सीन के बाद भी देश के 6.6% लोग कोरोना वायरस की चपेट में हैं।' खबरों की मानें तो, यहां पुर्तगाल की एक नर्स को कोराना संक्रमण ने चपेट में ले लिया था जिसके बाद उन्हें यह वैक्सीन दी गई। इस वैक्सीन के लगने के बाद नर्स की मौत हो गई।

25% लोगों का हो चुका टीकाकरण :

बताते चलें, इजरायल में 19 दिसंबर से लेकर अब तक 25% लोगों का टीकाकरण हो चुका है। जबकि इनमें से भी 3.5% लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज भी लगाया जा चुका है। बताते चलें कि, फाइजर की वैक्सीन को जर्मन सहयोगी बायोएनटेक के साथ मिलकर तैयार किया गया है और इसके आपात इस्तेमाल की अनुमति अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन और यूरोपीय संघ ने दी थी। जब इसे अनुमति मिली थी तब कहा गया था कि, फाइजर की यह वैक्सीन 95% तक प्रभावी है।

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