कैनिस्टर-लॉन्च प्रणाली पर आधारित मिसाइल की खासियत, अग्नि मिसाइल श्रृंखला की यह है 'छठी बैलिस्टिक मिसाइल'

Kavita Singh Rathore

कैनिस्टर-लॉन्च प्रणाली किसी मिसाइल के लॉन्च के समय को कम करती है। इस प्रणाली की वजह से मिसाइल का परिचालन भी सरल होता है। इस प्रणाली से बनी मिसाइल को रेल/सड़क मार्ग से आसानी से एक स्थान से दूसरी स्थान भेजा जा सकता है।

क्या कैनिस्टर-लॉन्च प्रणाली ? | Zeeshan - RE

अग्नि प्राइम कई नई सुविधाओं से लैस मिसाइल है। इसमें प्रणोदन प्रणाली और समग्र रॉकेट मोटर केसिंग के साथ-साथ उन्नत नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली शामिल है।

अग्नि प्राइम में क्या खास | Zeeshan - RE

34.5 फिट लंबी इस मिसाइल का वजन 11000kg है। ये 2000 किलोमीटर की दूरी तक किसी भी टारगेट को मार गिराने में सक्षम है। अग्नि सीरीज की पुरानी मिसाइलों की तुलना में यह हल्की है।

मिसाइल की बनावट | Zeeshan - RE

अग्नि प्राइम का पहली बार परीक्षण जून 2021 में किया गया था। इस मिसाइल पर मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल (MIRV) वारहेड लगाया जा सकता है।

पहली बार परीक्षण | Zeeshan - RE

अग्नि प्राइम मिसाइल अलग-अलग स्थान पर एक साथ कई हथियार ले जाने में सक्षम है। 10.5 मीटर लंबी यह मिसाइल 1.5 टन तक हथियार ले जा सकती है।

हथियार ले जाने में सक्षम | Zeeshan - RE

अग्नि प्राइम दो चरण वाली मिसाइल है। यह IGMDP (इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम) के अंतर्गत विकसित की गई है। इस तरह के मिसाइल की कल्पना डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने की थी।

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की कल्पना वाली विशेषताएं | Zeeshan - RE