Deeksha Nandini
बहुती मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात है। यह मध्यप्रदेश के रीवा में स्थित है। इसकी ऊंचाई 198 मीटर है। यह जलप्रपात सेलर नदी पर है।
चाचाई जलप्रपात मध्यप्रदेश के दूसरे सबसे ऊंचे झरनो में से एक है। इसकी गिनती भारत में एकल बूंद वाले झरनों में होती है। यह बीहड़ नदी पर 130 मीटर की ऊंचाई से बहकर सुंदर दृश्य बनाता है।
कपिलधारा जलप्रपात नर्मदा नदी पर बनाया गया पहला जलप्रपात है। जलप्रपात करीब 100 फीट ऊंचा है और चारों तरफ जंगल होने के कारण यह काफी खूबसूरत दिखाई देता है।
पुरवा जलप्रपात 67 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस जलप्रपात को देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं।
धुआंधार जलप्रपात को दुग्धधारा जलप्रपात भी कहा जाता है क्योंकि पानी साफ़ होने के कारण ऊंचाई से बहने पर इसका रंग सफेद नजर आता है। यह नर्मदा नदी पर स्थित दूसरा जलप्रपात है। यह मध्यप्रदेश जबलपुर का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
पांडव जलप्रपात मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान के अंदर स्थित है। जिसकी ऊंचाई 38 मीटर है। यह दार्शनिक स्थल के लिए भी जाना जाता है। पांडव जलप्रपात की शांति और रहस्यपूर्ण वातावरण के कारण पर्यटक यहां आते हैं।
क्योटी जलप्रपात भारत का 24 वां सबसे ऊंचा झरना है। यह मध्यप्रदेश के रीवा जिले मे स्थित है।
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