इन कंपनियों ने एक गलती से खो दी पहचान

Kavita Singh Rathore

Kodak कंपनी 1988 में अपने कैमरे लेकर आई थी। इस कंपनी में 1,70,000 कर्मचारी काम करते थे और वो दुनिया का 85% फ़ोटो पेपर बेचते थे। इस कंपनी ने फिल्म कैमरे से लेकर डिजिटल कैमरे तक बनाये। जब मार्केट में Digital photography का दौर चला और कंपनी ने कोई बदलाव नहीं किया, जिससे कंपनी दिवालिया हो गयी।

Kodak कैमरा | Zeeshan - RE

NOKIA ने जब 2100 सीरीज के फ़ोन लॉन्च किये थे, तब कंपनी का बिक्री टारगेट 4 लाख फ़ोन बेचने का था, जबकि, बेचे 2 करोड़ थे। कंपनी ने इतनी तेजी से तरक्की की थी कि, हर बार खुदकी उम्मीद से भी आगे ही रही। यहाँ तक की मोबाईल फ़ोन सेलिंग में टॉप 20 फ़ोन NOKIA कंपनी के ही हुआ करते थे। मार्केट में एंड्राइड आने के बाद NOKIA पिछड़ गई।

NOKIA मोबाइल | Zeeshan - RE

BAJAJ चेतक स्कूटर 1972 में आया था। इस स्कूटर ने काफी साल तक लोगों के दिलों पर राज किया। 1984 में टवस के 100CC बाइक और 1985 में हीरो हौंडा के CT100 बाइक लांच करने पर कंपनी को काफी नुकसान हुआ। फिर सेल्फ से स्टार्ट होने वाली स्कूटी-केन्टिक मार्केट में आई। अगर बजाज स्कूटर भी ऐसा बदलाव करता तो शायद आज भी मार्केट में होता।

BAJAJ चेतक स्कूटर | Zeeshan - RE

यह कंपनी ऐसी घड़ियां बनाती थी जिन्हे बस चाबी भर कर चलाया जा सकता था। जैसे-जैसे मार्केट में सेल वाली घड़ियां आ गईं। वैसे-वैसे यह घड़ियां मार्केट में पीछे होती गई। इस कंपनी की शुरुआत 1953 में हुई थी।

HMT घड़ी | Zeeshan - RE

Aircel मोबाईल नेटवर्क कंपनी को चिन्नाकन्नान सिवसंकरण ने 1999 में तमिलनाडु से शुरू किया था। ये कंपनी 2G और 3G में ही डाटा सर्विस उपलब्ध कराती थी। अपने नेटवर्क में कोई बदलाव न करने के कारण धीरे-धीरे यह कंपनी टेलीकॉम कंपनियों की लिस्ट में पीछे जाती गई और दिवालिया घोषित हो गई।

Aircel | Zeeshan - RE

Ambassador कार बड़े-बड़े नेताओ और ऑफिसर्स की पहली पसंद हुआ करती थी। इस कार को हिंदुस्तान मोटर्स ने 1956 में ब्रिटिश मोटर कॉर्पोरेशन से लाइसेंस लेकर मोर्रिस ऑक्सफ़ोर्ड 1 और 2 बनाई। ये कार हिंदुस्तानी होने का अनुभव दिलाती थी। बदलाव न करने के कारण Ambassador ने धीरे-धीरे अपना नाम और पहचान मार्केट में खो दी।

Ambassador कार | Zeeshan - RE

दुनिया बहुत तेज़ी से बदल रही है, हर सेक्टर में बदलाव देखने को मिल रहा है, इन कंपनियों की सबसे बड़ी गलती जो थी, वो यही थी कि, इन कंपनियों ने निरंतर बदलाव नहीं किया। किसी भी बिजनेस में समय और जरूरत के अनुसार बदलाब करना बहुत ही जरूरी है, नहीं तो हो सकता है आज आपका प्रोडक्ट जो सबकी पसंद है कल उसे कोई पूछे भी न।

बदलाब है जरूरी | Zeeshan - RE