PMC बैंक घोटाले के मामले में दर्ज की गई 32 हजार पन्नों की चार्टशीट

तीन महीने पहले सामने आये पंजाब एंड महाराष्ट्र (PMC) को-ऑपरेटिव बैंक के 6500 रुपये के घोटाले पर बीते शुक्रवार को मेट्रोपोलिटन अदालत में पुलिस द्वारा 32 हजार पन्नों की चार्जशीट जमा की गई।
32 Thousand Pages Chart Sheet
32 Thousand Pages Chart Sheet Kavita Singh Rathore -RE

राज एक्सप्रेस। लगभग तीन महीने पहले पंजाब एंड महाराष्ट्र (PMC) को-ऑपरेटिव बैंक से घोटाले की खबर सामने आई थी, जिस पर अब बड़ा खुलासा हुआ है। बैंक से हुए घोटाले की रकम की राशि 6500 रुपये थी। बीते शुक्रवार को मेट्रोपोलिटन अदालत में 32 हजार पन्नों की चार्जशीट जमा की गई। इस घोटाले मएक बात और बात सामने आई है उससे पता चला कि, व्हिसिलब्लोअर बैंक का ही एक कर्मचारी था, जिसने इस मामले का खुलासा किया था। इतना ही नहीं इसी कर्मचारी द्वारा RBI को जानकारी न देने पर गुस्से में खुदकुशी करने की धमकी भी दी गई थी।

5 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज :

इस घोटाले में मुख्य रूप से पांच आरोपियों के नाम सामने आये थे, जिन पर मामला दर्ज किया गया था। बीते शुक्रवार को मेट्रोपोलिटन अदालत में क्राइम ब्रांच पुलिस ने 32 हजार पन्नों की चार्जशीट जमा की। इन आरोपियों में बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस, पूर्व चेयरमेन वरयाम सिंह, बैंक के पूर्व निदेशक सुरजीत सिंह अरोड़ा के अलावा हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के प्रमोटर राकेश वधावन और सारंग वधावन का नाम शामिल है। इन सभी पर बैंक के साथ ठगी, धोखाधड़ी, सबूत मिटाने और दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ के साथ ही भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाये गए थे।

पांचों आरोपी गिरफ्तार :

यह मामला सितंबर माह में सामने आया था हालांकि इसके सभी आरोपियों को तब ही गिरफ्तार कर लिया गया था। जांच के बाद पुलिस द्वारा इस 5 के अलावा बैंक के सात अन्य अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया गया है बाद में इन पर भी कार्यवाही शुरू की गई। जानकारी के लिए बता दें कि, 32 हजार पन्नों की चार्टशीट द्वारा PMC बैंक की फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट, आरोपी बैंक अधिकारियों की खरीदी गई संपत्तियों और HDIL तथा वधावन को लाभ देने के बदले में मिलने वाली रिश्वत की रकम की जानकारी भी सामने आगई है।

340 गवाहों के बयान शामिल :

32 हजार पन्नों की चार्टशीट में बैंक अकाउंट होल्डरों और 340 गवाहों के बयान भी शामिल हैं। जो पुलिस द्वारा आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत दर्ज किए गए थे। PMC बैंक घोटाले पर RBI का कहना है कि, "PMC बैंक अपनी मूल बैंकिंग प्रणाली के साथ छेड़छाड़ करते हुए HDIL के लोन खातों सहित 44 समस्याग्रस्त लोन खातों को भी छुपाया और इस तरह का कार्य केवल बैंक का कर्मचारी ही कर सकता है क्योंकि इन खातों तक मात्र बैंक के कर्मचारी ही पहुंच सकते हैं।

क्या था PMC बैंक घोटाला मामला :

PMC बैंक घोटाले की खबर सितंबर में सामने आई थी। इस मामले में बैंक ने लगभग दिवालिया हो चुके HDIL को दिये गए लोन में लगभग 6,700 करोड़ रुपये को छुपाने की मंशा से ऐसे अकाउंट खोले, जिनकी जानकारी बैंक को नहीं थी। बताते चलें कि, 23 सितंबर 2019 को RBI द्वारा बैंक पर नियामक प्रतिबंध लगा दिये गए थे। शुरुआत में इन अकॉउंटहोल्डरों के लिये पैसे निकलने की सीमा 1000 रुपये प्रतिदिन रखी गई थी, जिसे बाद में एक दम से ही बढ़ा कर 50 हजार रुपये कर दिया गया था।

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