21 सालों बाद पहली बार तेल की सालाना खपत में दर्ज की गई सबसे बड़ी गिरावट
राज एक्सप्रेस। देशभर में लॉकडाउन के बाद से कई बड़े बदलाव आए हैं, चाहे वो किसी भी सेक्टर में ही क्यों ना आए हों, ऐसा ही एक बदलाव लॉकडाउन के कारण देश में तेल (पेट्रोल-डीजल) की खपत में आया है। इस बात का पता पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए ताजा आंकड़ों से हुआ। एक नजर डालें, पेट्रोलियम मंत्रालय के ताजा आंकड़ों पर।
पेट्रोलियम मंत्रालय के आंकड़े :
दरअसल, पेट्रोलियम मंत्रालय ने शुक्रवार को देश में तेल की खपत को लेकर आंकड़े जारी किए हैं, इन आंकड़ों के अनुसार, साल 2020-21 के दौरान तेल (पेट्रोल-डीजल) की खपत में 9.1% की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। जबकि, इससे पहले तक कभी इस तरह की गिरावट दर्ज नहीं की गई है और यह गिरावट 21 सालों बाद यानी 1989-99 के बाद पहली बार तेल की सालाना खपत में दर्ज की गई सबसे बड़ी गिरावट है। इस दौरान तेल की खपत काफी घटी है। यदि इनको आंकड़ों में देखा जाए तो, पेट्रोलियम मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वित्त वर्ष में पेट्रोलियम उत्पादों की खपत 19.46 करोड़ टन रही थी। जबकि, वित्त वर्ष 2019-22 के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों की खपत का आंकड़ा 21.41 करोड़ टन का ही रहा था।
पेट्रोल- डीजल की खपत घटी :
पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार,वर्ष 2019-22 के दौरान डीजल की खपत 12% घटकर 7.27 करोड़ टन और पेट्रोल की खपत 6.7% गिरकर 2.79 करोड़ टन पर आ पहुंची। इसके अलावा विमान ईंधन की खपत 53.6% की बड़ी गिरावट के साथ 37 लाख टन रह गई, जबकि नाफ्था की बिक्री 1.42 करोड़ टन के साथ एक साल पहले के बराबर रही। मंत्रालय ने बताया है कि, 'लॉकडाउन के कारण पिछले साल अप्रैल में तेल खपत आधी रह गई थी। हालांकि, पाबंदियों में ढील के बाद खपत में सुधार देखने को मिला। जबकि, सितंबर, 2020 में पेट्रोल खपत कोविड-19 पूर्व स्तर पर पहुंच गई थी और इस साल मार्च में पेट्रोल की मांग में 25.7% और डीजल में 27% तेजी देखने को मिली।'
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