राज एक्सप्रेस। चीन के सामान को लेकर हो रहे बहिष्कार के बाद कई कंपनियों में अपने प्रोजेक्ट कैंसल किए तो सरकार ने 59 ऐप ब्लॉक किए। बीते दिनों कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने चीन द्वारा निवेश किये हुए स्टार्टअप की भी जांच करने की मांग की थी। वहीं, अब CAIT द्वारा केंद्र सरकार के सामने एक और मांग पेश की गयी है।
CAIT की मांग :
दरअसल, कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने सरकार से 5G नेटवर्क लागू करने की प्रोसेस में चीनी कंपनियों को शामिल न करने की मांग की है। बता दें इसमें हुवावेई (Huawei) और ZTE कॉरपोरेशन (ZTE Corporation) यह दो कंपनियां शामिल हैं और CAIT ने इन्हें ही 5G नेटवर्क की पोसेस से पूरी तरह बाहर रखने की मांग की पेशकश की है। CAIT द्वारा केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को यह मांग एक पत्र भेज कर की गई है। इस पत्र में लिखा है कि,
अमेरिका ने लगाया पहले ही बैन :
CAIT ने पत्र में ये भी लिखा था कि सरकार द्वारा जैसे बीते दिनों भारत में 59 ऐप को बैन की है, उसी प्रकार नीति का पालन करते हुए हुवावेई और ZTE कॉरपोरेशन को 5G नेटवर्क की प्रोसेस में शामिल होने से सरकार को रोकना चाहिए। वहीं, दूसरी तरफ अमेरिका के फेडरल कम्युनिकेशंस कमिशन (FCC) द्वारा पहले ही 30 जून को चीनी टेलिकॉम वेंडर्स Huawei Technologies और ZTE Corporation पर पर बैन लगा दिया गया था।
FCC का कहना :
इस मामले में अमेरिका के FCC का कहना है कि, चीन की कंपनियों की सब्सीडयरीज पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है। इतना ही नहीं अमेरिका ने इन दोनों चीनी कंपनियों (Huawei और ZTE) की सहायक कंपनियों से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा होने की अशंका जताई है।
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