दिल्लीवासियों को मिलने वाली है डबल डेकर फ्लाइओवर की सौगात, क्या है योजना?

दिल्ली में काफी ट्रैफिक रहता है। यहां लोग ट्रैफिक के नाम से ही घबराते हैं। इस बात को मद्देनजर रख रास्तों को आसान बनाने के लिए जल्द ही दिल्लीवासियों को एक डबल डेकर फ्लाइओवर की भी सौगात मिलने वाली है।
दिल्लीवासियों को मिलने वाली है डबल डेकर फ्लाइओवर की सौगात
दिल्लीवासियों को मिलने वाली है डबल डेकर फ्लाइओवर की सौगातSocial Media

नई दिल्ली, भारत। पिछले कुछ सालों में दिल्लीवासियों को कई बड़ी सौगात मिल चुकी हैं चाहे वो, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की सौगात हो या किसी और एक्सप्रेसवे की। दिल्ली में काफी ट्रैफिक रहता है। यहां पर लोग ट्रैफिक के नाम से ही घबराते हैं। इस बात को मद्देनजर रख रास्तों को आसान बनाने के लिए जल्द ही दिल्लीवासियों को एक डबल डेकर फ्लाइओवर की भी सौगात मिलने वाली है।

डबल डेकर फ्लाइओवर की सौगात :

जी हां, दिल्ली में एक डबल डेकर फ्लाइओवर तैयार किया जा रहा है ,जिसकी शुरुआत जल्द ही होने की उम्मीद की जा रही है। जानकारी के अनुसार, यह फ्लाइओवर भजनपुरा और यमुना विहार मेट्रो स्टेशन के बीच तैयार किया जा रहा है। जो दिल्ली मेट्रो के पिंक लाइन पर मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर के बीच के हिस्से को भी कवर करेगा। इस फ्लाईओवर को दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) और लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार किया जा रहा है। इस डबल डेकर फ्लाईओवर के स्तंभ तैयार किए जा चुके हैं। अब इनपर गर्डर रखने का काम जोरों से जारी है।

डबल डेकर फ्लाईओवर की खासियत :

  • जैसा कि नाम से समझ आरहा है कि, यह डबल डेकर फ्लाईओवर है। जो कि, इसकी एक बड़ी खासियत है।

  • भजनपुरा और यमुना विहार मेट्रो स्टेशन के बीच बन रहे इस डबल डेकर फ्लाइओवर की लंबाई 1.4 किलोमीटर होगी।

  • इस फ्लाइओवर के ऊपर मेट्रो और बीच में कार व अन्य गाड़ियां चलाई जा सकेंगी।

  • इस फ्लाइओवर के माध्यम से मेट्रो जमीन से 18.5 मीटर ऊपर चलेगी।

  • मेट्रो वायडक्ट की चौड़ाई को 10.5 मीटर रखा गया है।

  • फ्लाइओवर का लोअर डक्ट जमीन से 9.5 मीटर ऊपर होगा।

  • इस फ्लाइओवर का इंटीग्रेटेड स्ट्रक्चर सड़क के बीचोबीच तैयार किया जा रहा है।

  • पिलर पर रखे जाने वाले गर्डर्स को गढ़ी मांडू यार्ड से लाया जा रहा है।

  • दो डेक के लिए, स्ट्रक्चर के होरिजोंटल सपोर्ट के लिए अलग-अलग तरह के गर्डरों का यूज किया जा रहा है।

  • मेट्रो डेक के लिए, प्रीकास्ट, प्री-टेंशन यू-गर्डर का यूज किया जा रहा है क्योंकि उन पर ट्रैक बिछाने का काम तुरंत किया जा सकता है।

  • फ्लाईओवर के लिए, टी-गर्डर का यूज किया जा रहा है।

  • फ्लाईओवर में वर्टिकल बीम बनाए गए हैं जो फ्लैंग्स का सपोर्ट करते हैं।

  • गढ़ी मांडू के यार्ड में टी-गर्डर और यू-गर्डर की ढलाई चल रही है।

  • प्रीकास्ट गर्डर्स को डायरेक्ट कंस्ट्रक्शन साइट पर लाया जाएगा। उसके बाद इसे लॉन्चर के माध्यम से जोड़ा जाएगा।

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