COVID: पटरी पर लौटा चाइनीज कारोबार, आयात-निर्यात की इतनी रफ्तार

निर्माण करने वाले देशों में COVID-19 जनित व्यवधानों के कारण आगामी तिमाहियों में चीन के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा ऐसा विश्लेषकों का अनुमान है।
चीन का आयात बढ़ने, निर्यात घटने से अनुमान प्रभावित।
चीन का आयात बढ़ने, निर्यात घटने से अनुमान प्रभावित।Syed Dabeer Hussain - RE

हाइलाइट्स –

  • कोरोना के दंश से उबर रहा चीन

  • पटरी पर लौट रहा चीन का कारोबार

  • आयात बढ़ा, लेकिन निर्यात में गिरावट

राज एक्सप्रेस। चीन के आयात में मई माह के दौरान 10 सालों की अवधि में सबसे तेज वृद्धि दर्ज हुई। जिंस कीमतों में आई तेजी ने इसमें आग फूंकने का काम किया। हालांकि निर्यात वृद्धि के पूर्व अनुमानों में चूक भी हुई। देश के दक्षिण में प्रमुख बंदरगाहों पर COVID-19 मामलों के कारण आया व्यवधान इसकी वजह माना जा रहा है।

निर्यात बढ़ा लेकिन धीमा -

डॉलर के लिहाज से एक साल पहले मई में निर्यात 27.9% बढ़ा, जो अप्रैल में दर्ज की गई 32.3% की वृद्धि की तुलना में धीमा है। ध्यान देने वाली बात है कि; इसमें विश्लेषकों के 32.1% वृद्धि संबंधी पूर्वानुमान में चूक जाहिर हुई।

चीन का आयात बढ़ने, निर्यात घटने से अनुमान प्रभावित।
चाइना में मौजूदा मंदी से कितना प्रभावित एशियाई बाजार?

कोविड से पड़ा प्रभाव -

एक रिपोर्ट में पिनपॉइंट एसेट मैनेजमेंट के मुख्य अर्थशास्त्री झिवेई झैंग के हवाले से इसके कारणों पर प्रकाश डाला गया है।

झैंग का मानना है; "निर्यात के नकारात्मक पक्ष ने थोड़ा आश्चर्यचकित किया, शायद ग्वांगडोंग (Guangdong) प्रांत में कोविड (COVID) ​​​​मामलों के कारण जिसने शेन्झेन (Shenzhen) और ग्वांगझोउ (Guangzhou) बंदरगाहों में कारोबार को धीमा कर दिया।"

चीन का आयात बढ़ने, निर्यात घटने से अनुमान प्रभावित।
क्या है भारत में सफल चाइनीज रणनीति का राज?

शिपिंग कंपनियों की चेतावनी -

झैंग ने कहा कि; ग्वांगडोंग में बंदरगाहों पर कारोबार जून में धीमा रहने की संभावना है। प्रमुख शिपिंग कंपनियों ने हाल के प्रकोप के बाद ग्वांगडोंग प्रांत में शेन्झेन (Shenzhen) के यानतियन (Yantian) बंदरगाह पर अनियंत्रित भीड़ बढ़ने की चेतावनी दी है।

झैंग को उम्मीद है कि यह झटका अस्थायी होगा और ग्वांगडोंग (Guangdong) प्रांत में मौजूदा प्रकोप कुछ सप्ताह में नियंत्रण में आ जाएगा।

चीन का आयात बढ़ने, निर्यात घटने से अनुमान प्रभावित।
चाइना छोड़ने वाली कंपनियों के लिए “सेज़” तैयार

इनसे जूझ रहे निर्यातक -

इस बीच, चीनी निर्यातक कच्चा माल, किराया भाड़ा की उच्च लागत, रसद बाधाओं के साथ ही मजबूत चीनी करेंसी युआन से जूझ रहे हैं। यह कारक व्यापार प्रतिस्पर्धा को कम करते हैं।

विश्लेषकों को उम्मीद -

विकसित बाजार की मांग में तेज सुधार और अन्य निर्माण करने वाले देशों में COVID-19 जनित व्यवधानों के कारण आगामी तिमाहियों में चीन के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा ऐसा विश्लेषकों का अनुमान है।

सेमिकंडक्टर्स से मिला रुझान -

न्यूज़ रिपोर्ट में एक अन्य अर्थशास्त्री झैंग यी का मानना है कि; अर्धचालकों (semiconductors) के आयात में हालिया आई तेजी से निर्यात सुधरने की संभावना को बल मिला है।

इसकी पूर्व में कम आपूर्ति रही है, अब इसमें आई तेजी से पता चलता है कि चीन के प्रासंगिक उत्पादों का निर्यात वर्ष की दूसरी छमाही में उच्च रहने की संभावना है।

इतनी वृ्द्धि दर्ज -

आयात में पिछले महीने साल-दर-साल आधार पर 51.1% की वृद्धि हुई। जनवरी 2011 के बाद से यह सबसे तेज वृद्धि है। अप्रैल में इसमें 43.1% की वृद्धि हुई। हालांकि यह वृद्धि रॉयटर्स पोल द्वारा बताए गए 51.5% की वृद्धि से धीमी है।

चीन ने महीने के लिए 45.53 अरब डॉलर का व्यापार अधिशेष पोस्ट किया, जो अप्रैल में 42.86 अरब डॉलर के अधिशेष से अधिक था, लेकिन अनुमानित 50.5 अरब डॉलर से कम।

इनकी कीमत बढ़ी -

कई देशों में लॉकडाउन में ढील और पर्याप्त वैश्विक तरलता से प्रेरित होकर, इस साल कोयला, स्टील, लौह अयस्क और तांबे जैसी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हुई है।

डिस्क्लेमर – आर्टिकल प्रचलित मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त प्रचलित जानकारी जोड़ी गई हैं। इस आर्टिकल में प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

और खबरें

No stories found.
logo
Raj Express | Top Hindi News, Trending, Latest Viral News, Breaking News
www.rajexpress.com