हाइलाइट्स :
DHFL से जुड़ा मनी लांड्रिंग का एक अन्य ममला सामने आया
ED द्वारा DHFL के CMD कपिल वधावन को गिरफ्तार किया गया
CMD कपिल वधावन पर है मनी लांड्रिंग का आरोप
ED ने की 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल
UPCL घोटाले से भी जुड़ा था DHFL का नाम
राज एक्सप्रेस। पिछले ही साल दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) से जुड़ा UPCL का एक घोटाला सामने आया था। वहीं अब DHFL के CMD कपिल वधावन पर मनी लांड्रिंग के एक नए मामले का आरोप लगा है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने वधावन को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल उन्हें दो दिन की हिरासत में रखा जाएगा। एक नजर डालें, क्या है यह नया मुद्दा।
क्या है मामला :
दरअसल, पिछले साल जब DHFL से जुड़ा मामला सामने आया था तब ED ने DHFL और इससे जुड़ी कंपनियों के मुंबई और उससे लगे हुए शहरों के 12 से भी ज्यादा ठिकानों पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग कानून (PMLA) के प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए छापेमारी की थी, जिससे DHFL के कई अन्य मामलों से जुड़े राज खुल कर सामने आये। जांच में ही पता चला कि, DHFL ने एक सबलिंक रियल एस्टेट कंपनी को 2,186 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। इसी मामले में मनी लांड्रिंग करने के लिए DHFL के CMD कपिल वधावन का नाम सामने आया है। एजेंसी इस मामले से सम्बंधित डाक्यूमेंट्स और अन्य सामग्रियों की तलाश में लगी हुई है। हालांकि, इस मामले से पहले DHFL ने अपना पल्ला झड़ने की कोशिश की थी।
ED ने की 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल :
इस मामले में ED द्वारा कुल 16 लोगों के खिलाफ 12,000 पन्नों की चार्जशीट फाइल की गई है जिसमें, DHFL के एक नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर के साथ ही इकबाल मिर्ची, मिर्ची के बेटे आसिफ मेनन और जुनैद मेनन, हाजरा मेनन की पत्नी, सनब्लिंक रियल एस्टेट के डायरेक्टर सन्नी भटीजा और धीरज वाधवान, ब्रोकर रंजीत सिंह बिंद्रा के नाम शामिल हैं। वहीं स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी देते हुए कंपनी ने बताया है, '2,186 करोड़ रुपये के कर्ज की इस रकम में सिर्फ प्रिंसिपल नहीं है इसमें इंटरेस्ट का पैसा भी जुड़ा हुआ है।'
DHFL का नाम UPCL घोटाले में भी शामिल :
UP की सरकारी संस्था उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) ने अपने ही कार्यालय के कर्मचारियों की कर्मचारी भविष्य निधि (Employee Provident Fund - EPF) के पैसों की रकम का एक बहुत बड़ा हिस्सा दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) कंपनी में निवेश कर दिया। इस रकम की कीमत 4100 करोड़ रूपये थी, हालांकि इस मामले में UPCL के हिस्से में मात्र 1,855 करोड़ रुपये ही आये थे। इस घोटाले में अभी तक कर्मचारियों के 2268 करोड़ रुपये फंसे हुए हैं, जांच के दौरान इस घोटाले में कंपनी से जुड़े कर्मचारियों के नाम सामने आये हैं।
UPPCL मामले के मुख्य आरोपी :
UPPCL से जुड़े मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर UPPCL के अभिनव गुप्ता का नाम सामने आया था, इन्होंने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) कंपनी में निवेश कराने के लिए एक ब्रोकर के रूप में भूमिका निभाई थी और घोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देने में मदद की थी।
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