ED ने कई राज्यों में की चीनी स्मार्टफोन कंपनी Vivo के 44 ठिकानों पर छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कई राज्यों में चीनी स्मार्टफोन मोबाइल निर्माता कंपनी 'वीवो' (Vivo) और उससे संबंधित कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की है। विस्तार से जानें क्या है मामला...
ED ने कई राज्यों में की चीनी स्मार्टफोन कंपनी Vivo के 44 ठिकानों पर छापेमारी
ED ने कई राज्यों में की चीनी स्मार्टफोन कंपनी Vivo के 44 ठिकानों पर छापेमारी Social Media

ED raids on Vivo : जहां लॉकडाउन के दौरान बहुत सी कंपनियां बंद हो गई थी, कई को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। इसकी भरपाई करने के लिए कई कंपनियां गलत रास्ता भी चुनती नज़र आई थी। हालांकि, देश की जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) हमेशा काफी अलर्ट रहती है और सूत्रों द्वारा जानकारी मिलते ही छानबीन और छापामारी शुरू कर देती है। साथ ही बड़ी कार्रवाई भी करती है। ऐसी ही बड़ी कार्रवाई के तहत ED की टीम ने कई राज्यों में चीनी स्मार्टफोन मोबाइल निर्माता कंपनी 'वीवो' (Vivo) और उससे संबंधित कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी कर की है। चलिए, विस्तार से जानें क्या है मामला...

Vivo के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई :

दरअसल, देश की जाँच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) धोखाधड़ी के मामलों में काफी अलर्ट रहती है इसी के तहत ED की टीम ने मंगलवार को चीनी स्मार्टफोन मोबाइल कंपनी Vivo और उससे संबंधित कंपनियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश समेत दक्षिण भारत के कई राज्यों में बड़ी कार्रवाई की है। ED ने कंपनी के देशभर में 44 ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत की गई है। इस मामले में ED के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि, 'कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी जारी है और जरूरी दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) भी जांच कर रही है। हालांकि, ये तो होना ही था क्योंकि, चाइनीज कंपनियां बहुत पहले से ही भारत की जांच एजेंसियों के निशाने पर थी।

अप्रैल में उठी थी जांच की मांग :

IT और ED के निशाने पर अब अन्य चीनी कंपनियों की तरह ही Vivo भी नजर आ रही है। बता दें, इस मामले में अप्रैल में जांच की मांग उठी थी। तब ये मांग हुई थी कि, Vivo की ऑनरशिप और फाइनेंशियल रिपोर्ट में गड़बड़ी है या नहीं? अब हाल यह है कि, ED और CBI जैसी जांच एजेंसियों के साथ ही कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय भी इन चीनी कंपनियों से जुड़े फर्मों पर कड़ी नजर बनाए हुए है। बता दें, इस साल ही मई के महीने में चीनी कंपनी ZTE कॉर्प और Vivo को वित्तीय अनियमितताओं के चलते जांच का सामना करना पड़ा था।

गौरतलब है कि, भारत चीनी कंपनियों के ख़िलाफ काफी समय से सख्त रवैया अपनाता आ रहा है। भारत ने यह रवैया भारत और चीनी सेना के बीच सीमा पर हुई झड़प के बाद से ही अपनाना शुरू कर दिया था। तब से अब तक Tiktok के साथ ही 200 से ज्यादा चीनी मोबाइल ऐप भारत में बैन की जा चुकी हैं।

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