PMCB में HDIL को लाभ पहुंचाने ऐसे बनाए गए घोस्ट अकाउंट्स

PMCB क्रेडिट शाखा की महिला कर्मचारियों को घोस्ट अकाउंट्स के गोरखधंधे की पूरी जानकारी थी। उनके माध्यम से HDIL से जुड़े कम से कम 44 लोन स्वीकृत हुए, गोपनीय रूप से 21 हजार से अधिक काल्पनिक खाते खोले गए।
PMCB Ghost Accounts
PMCB Ghost AccountsKavita Singh Rathore -RE

हाइलाइट्स :

  • मास्क्ड अकाउंट्स की पड़ताल डालेगी बैंकिंग कारोबार पर असर

  • चार अधिकारियों ने इस धांधली का पर्दाफाश किया

  • PMCB के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह भी हिरासत में

राज एक्सप्रेस। पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (PMCB) क्रेडिट डिपार्टमेंट के मैंबर्स और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के एक एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर के बीच एक बैठक की संभावना जताई जा रही है। इस बैठक को PMC बैंक घोटालों से जोड़कर देखा जा रहा है।

अब तक मिली शिकायतों, ध्यानाकर्षण और प्राथमिक जांच में पता चला है कि, PMCB में कथित तौर पर हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDILNSE -4.11%) के प्रवर्तकों (प्रमोटर्स) को विशेषाधिकार प्रदान किए गए। इतना ही नहीं बैंक सोर्स के मुताबिक प्रमोटर्स को पासवर्ड प्रोटेक्टेड ‘मास्क्ड अकाउंट’ (PMCB Ghost Accounts) को ऑपरेट करने की भी सहूलियत दी गई। जिसके माध्यम से 70 फीसदी से ज्यादा जमाकर्ताओं को अस्थिर ऋण (अनटेनेबल लोन) के तौर पर राशि स्वीकृत की गई।

सूत्र बताते हैं कि, बैंक के चार अधिकारियों ने PMCB में व्याप्त संकट के बारे में आगाह किया था। इस कारण निलंबित मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) जॉय थॉमस को सारी सच्चाई पेश करना पड़ी। इस वजह से ही थॉमस को सभी नियामकों के नाम लेटर तक जारी करना पड़ा। जिसमें HDIL समूह के द्वारा की गई चूक पर से उन्होंने पर्दा हटाया। मुंबई पुलिस मामले को संज्ञान में लाने वाले इन अधिकारियों के बयान दर्ज कर रही है।

30 सितंबर को FIR दर्ज होने के बाद से थॉमस को फरार बताया जा रहा था। मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र पोवाई में मिलने के बाद थॉमस को मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) के दफ्तर लाया गया। मामले में यह तीसरी गिरफ्तारी रही। गुरूवार को HDIL प्रमोटर राकेश और सारंग वधावन को सिटी पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

इस बीच मुंबई की एक स्थानीय अदालत ने पिता-पुत्र को 9 अक्टूबर तक के लिए पुलिस कस्टडी में रखने के निर्देश दिए।

इस घोटाले को सामने लाने वालों के मुताबिक PMCB की क्रेडिट शाखा में बड़ी संख्या में काम करने वाली महिला कर्मचारियों को इन घोस्ट अकाउंट्स (मिथ्या खातों) के गोरखधंधे की पूरी जानकारी थी। इन महिला कर्मचारियों के माध्यम से HDIL से जुड़े कम से कम 44 लोन स्वीकृत हुए। इस काले कारनामे के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों ने इस बात पर खास तवज्जो दी है। बताया जा रहा है इसी तरह गोपनीय रूप से 21,049 काल्पनिक खातों का भी जाल बुना गया।

सूत्र ने बताया, व्हिसिलब्लोअर्स ने खुलासा किया है कि, इन 44 फर्म्स को स्वीकृत किए गए ऋण RBI की मान्य सीमा से अधिक थे। ये छोटे-छोटे टुकड़ों में बंटे थे और काल्पनिक या जाली कंपनियों को सौंपे गए थे। जिसकी एक नोट शीट मैन्युअली तैयार कर नियामकों को प्रस्तुत की गई थी।

निकल कर आई जानकारी के मुताबिक पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह समेत सीनियर मैनेजमेंट और MD जॉय थॉमस ने ग्रुप को पासवर्ड प्रोटेक्टेड मास्कड अकाउंट्स को संचालित करने की परमीशन दी थी।

बताया जा रहा है कि पूर्व अध्यक्ष, वरयाम सिंह और एमडी जॉय थॉमस सहित वरिष्ठ प्रबंधन ने समूह को पासवर्ड संरक्षित मास्क्ड अकाउंट्स को संचालित करने की अनुमति दी। व्हिसिलब्लोअर्स ने आरबीआई को इस घालमेल के बारे में जानकारी दी है। इस कारण थॉमस को सामने आना पड़ा।

HDIL के वित्तीय स्टेटमेंट्स :

पुलिस फर्जी लोन से जुड़ी गुत्थी को सुलझाने में जुटी है। जांच दल पीएमसी के इन मिथ्या खातों को टारगेट बनाकर जांच कर रहा है। फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स से संकेत मिल रहे हैं कि बड़े पैमाने पर फंड का दुरुपयोग किया गया है।

चेयरमैन वरयाम हिरासत में :

पीएमसी बैंक में घोटाले को लेकर मुंबई पुलिस ने पीएमसी बैंक के चेयरमैन वरयाम सिंह को भी हिरासत में ले लिया है। आर्थिक अपराध शाखा से जुड़े सूत्र ने बताया कि सिंह से पूछताछ के बाद उनको गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जाएगी।

थॉमस पुलिस कस्टडी में :

वहीं जॉय थॉमस को मुंबई की एक अदालत ने शनिवार को 17 अक्टूबर तक पुलिस कस्टडी में रखने की इजाजत दे दी। घोटाले के बारे में थॉमस ने कहा है कि उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पीएमसी ने नियमों की अनदेखी कर अपने कर्ज का एक बड़ा हिस्सा भूमि और भवन निर्माण का कारोबार करने वाले एचडीआईएल समूह की कपंनियों को दिया।

HDIL प्रमोटर्स की संपत्ति जब्त :

उधर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी एचडीआईएल के प्रमोटर्स की संपत्तियों को सीज़ किया है। जिसमें प्राइवेट जेट और कार शामिल बताई जा रही हैं।

वधावन ने कोर्ट को बताया :

रिमांड हियरिंग में दोनों वधावन ने कोर्ट को बताया कि, उन्होंने सरकार और RBI को गुरूवार को लिखकर अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए RBI के द्वारा प्रशासक नियुक्त करने के मशवरे पर सहमति जताई थी।

1 अक्टूबर को हमने प्रशासक श्री जय भगवान भोरिया के साथ एक नियुक्ति प्राप्त की। चर्चा के दौरान एडमिनिस्ट्रेटर ने विश्वास बनाने के प्रयास के तरीके के तौर पर अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने का सुझाव दिया। भले ही मौजूदा सिक्योरिटी पर्याप्त हो।

वधावन

पीएमसी की 40 संपत्तियां किसी भी तरह के बोझ से मुक्त हैं। ये संपत्ति कुछ हज़ार करोड़ रुपये की हैं और आसानी से लोन लाइबिलिटी को पूरा कर सकती हैं। हालांकि, जांच एजेंसियों द्वारा हमारी संपत्ति की कुर्की के संबंध में की गई कार्रवाई से ऋण चुकाने के लिए हमें हमारी सुरक्षित संपत्तियों का मुद्रीकरण करने में भारी बाधा आएगी।

अमित देसाई (रिमांड हियरिंग के वक्त वधावन्स के वकील)

HDIL प्रमोटर राकेश और सारंग वधावन ने दावा किया है कि, वे उन गोरखधंधों से अनजान थे जिसमें बैंक के भीतर लेनदेन किया जाता था और इस बारे में बैंक नियामक को जानकारी नहीं दी जाती थी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज करते हुए HDIL और PMCB के गिरफ्तार किए गए प्रमोटर्स और अधिकारियों के कम से कम छह ठिकानों की तलाशी ली है।

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