अप्रैल से अब तक 50 गुना से ज्यादा बढ़ा भारत का रूस से तेल आयात, भारतीय कंपनियों को हो रहा फायदा

भारत में रूस से कच्चे तेल का आयात बढ़त दर्ज करते हुए अप्रैल से अब तक 50 गुना से भी ज्यादा पहुंच गया है। इससे भारत की प्राइवेट कंपनियों को लगातार फायदा हो रहा है।
अप्रैल से अब तक 50 गुना से ज्यादा बढ़ा भारत का रूस से तेल आयात
अप्रैल से अब तक 50 गुना से ज्यादा बढ़ा भारत का रूस से तेल आयातSyed Dabeer Hussain - RE

राज एक्सप्रेस। यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के चलते पिछले दिनों रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लग चुके हैं। कई देशों ने रूस से किनारा कर लिया है। हालांकि, भारत और रूस के रिश्ते इस दौरान भी मजबूत रहे। इसी के चलते भारत में रूस से कच्चे तेल का आयात बढ़ता नजर आया और यह बढ़त दर्ज करते हुए अप्रैल से अब तक 50 गुना से भी ज्यादा बढ़ गया है। साथ ही कुल आयात होने वाले तेल में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर 10% हो गई है। इस मामले में जानकारी एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने दी है।

वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने दी जानकारी :

दरअसल, कई महीनों से यूक्रेन और रूस के बीच लगातार युद्ध जारी है। ऐसे में भारत और रूस के रिश्ते और भी मजबूत होने नजर आये है। क्योंकि, भारत के रूस से कच्चे तेल का आयात बढ़त दर्ज करते हुए अप्रैल से अब तक 50 गुना से भी ज्यादा पहुंच गया है। इस मामले की जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया है कि, 'यूक्रेन-रूस युद्ध से पहले भारत द्वारा आयात किए जाने वाले तेल में रूस की हिस्सेदारी सिर्फ 0.2 फीसदी थी। अप्रैल में भारत के तेल आयात में रूस की 10 फीसदी हिस्सेदारी है। यह अब शीर्ष 10 आपूर्तिकर्ताओं में से एक है।'

भारत की कंपनियों को हो रहा लगातार फायदा :

बताते चलें, भारत में रूसी तेल के निर्यात बढ़ने से भारत की कंपनियों को लगातार फायदा हो रहा है। क्योंकि, रूसी तेल का 40% देश की प्राइवेट कंपनियों जैसे, रिलायंस इंडस्ट्रीज और नायरा एनर्जी द्वारा खरीदा जाता है। इसके अलावा खबर यह भी है कि, बीते माह भारत के दूसरे सबसे बड़े तेल आपूर्तिकर्ता के तौर पर रूस ने सऊदी अरब को पीछे छोड़ दिया। रूस ने भारत को कच्चे तेल की पेशकश तो की ही साथ में उस पर भारी छूट भी दी है। इसके अलावा भारतीय रिफाइनरी कंपनियों ने रूस से मात्र मई के महीने में लगभग 2.5 करोड़ बैरल रूसी तेल खरीदा है।

सामने आये आंकड़े :

बताते चलें, हाल ही में इंडियन ऑयल मिनिस्ट्री के पेट्रोलियम प्लानिंग और एनालिसिस सेल ने आंकड़े जारी किए थे। इन आंकड़ों के अनुसार, 'पिछले महीने देश में फ्यूल की कुल खपत 1.82 करोड़ टन हुई थी। हालांकि, बाद में इसमें कमी होने की बजाय बढ़त दर्ज हुई थी। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने 21.22 करोड़ टन कच्चे तेल का आयात किया था। जबकि, यह आंकड़ा इस साल और बढ़ने की संभावना जताई गई है।

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