Petrol-Diesel Price : आज देश की सबसे दोनों बड़ी समस्यायों में बढ़त दर्ज की गई है।क्योंकि, गुरुवार को कोरोना के आंकड़ों के साथ ही Petrol-Diesel की कीमतों में भी बढ़त दर्ज की गई है। हालांकि, कोरोना के मामलों में पिछले दिन की तुलना में बढोतरी हुई है। जबकि, Petrol-Diesel की कीमतें तो लगातार ही आसमान ही छूती चली जा रही हैं। बीच के कुछ एक दिन यह कीमतें थम भी जाती हैं, लेकिन अगले दिन फिर इनमें बढ़त दर्ज होने से लोगों की परेशानी बढ़ जाती है। इस प्रकार यदि देखा जाए तो, ये साल में Petrol-Diesel की कीमतों के चलते कुछ ज्यादा ही महंगा साबित हो रहा है। क्योंकि, इस साल में इतनी बार Petrol-Diesel की कीमत बढ़ चुकी है, उतनी पिछले काफी सालों में नहीं बढ़ी है।
Petrol-Diesel की ताजा कीमतें :
बताते चलें, इस साल Petrol-Diesel की कीमतें कोरोना के आंकड़ों की तरह ही बढ़ती नजर आ रही हैं। नए साल में पेट्रोल-डीजल की कीमतें इस कदर बढ़ रही हैं, कि, इन कीमतों से हर कोई परेशान है। बीच के कई दिन तो यह कीमतें लगातार बढ़ी हैं। जबकि कई दिन थमी भी रहीं। इस बीच आज यानी गुरुवार को एक बार फिर Petrol-Diesel की कीमतें बढ़ी हैं। हालांकि, इससे पहले पेट्रोल की कीमतें तो बढ़ी थीं, लेकिन डीजल की कीमतें स्थिर रही थीं। आज पेट्रोल में अधिकतम 35 पैसे और डीजल में अधिकतम 16 पैसे की बढ़त दर्ज की गई है। बुधवार को देश के 4 महानगरों में पेट्रोल-डीजल की प्रति लीटर कीमत -
बड़े शहरों में पेट्रोल की कीमतें :
दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें - 101.54 रुपये प्रति लीटर
मुंबई में पेट्रोल की कीमतें - 107.54 रुपये रुपये प्रति लीटर
चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें - 102.23 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता में पेट्रोल की कीमतें - 101.74 रुपये प्रति लीटर
बड़े शहरों में डीजल की कीमतें :
दिल्ली में डीजल की कीमतें - 89.87 रुपये प्रति लीटर
मुंबई में डीजल की कीमतें - 97.45 रुपये प्रति लीटर
चेन्नई में डीजल की कीमतें - 94.39 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता में डीजल की कीमतें - 93.02 रुपये प्रति लीटर
क्यों बढ़ती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें ?
हर किसी के दिमाग में यह सवाल जरूर उठता है कि, भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार क्यों बढ़ रही हैं। तो आपको बता दें, इसके दो मुख्य कारण हैं,
भारत में ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगने वाला टैक्स
डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी
आपको बता दें कि, भारत में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स में 60% एक्साइज ड्यूटी और राज्यों के टैक्स का होता है। जबकि डीजल में ये 54% होता है। साथ ही इसमें वैट और डीलर कमीशन की कीमत शामिल रहती हैं। इस सबके आधार पर प्रतिदिन 6 बजे सुबह पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ती हैं। इसके अलावा ज्ञात हो कि, हर दिन पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें तय की जाती हैं। इस दौरान इन कीमतों में कमी या बढ़ोतरी दोनों हो सकती है।
रोज सुबह तय की जाती हैं कीमतें :
पेट्रोल की कीमतें क्रूड ऑइल (कच्चा तेल) की कीमतों पर डिपेंड करती हैं। इसका मतलब यह हुआ यदि क्रूड ऑइल की कीमतों में कमी आती हैं तो ऑटोमेटिक पट्रोल की कीमतों में भी कमी आ जाती है। बता दें कि, पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन सुबह बेंचमार्क अंतरराष्ट्रीय क्रूड कीमतों और फॉरेन एक्सचेंज रेट के आधार पर तय की जाती हैं, यह कीमतें ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) की कीमतों के आधार पर तय की जाती हैं। पेट्रोल और डीजल की प्रमुख कंपनियां इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) है और यह सभी कंपनियां हर दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतें निर्धारित कर देती हैं। निर्धारित की गई कीमतों में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन सब कुछ जुड़ने से यह दोगुनी हो जाती हैं।
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