जानिए रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) करने जा रही है कौन से बड़े निवेश
राज एक्सप्रेस। ऑयल और केमिकल के क्षेत्र में पहले से ही एक्टिव कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) अब सऊदी अरब की कंपनी ''सऊदी अरामको'' के साथ साझेदारी करने में रूचि दिखा रही है। जी हाँ, अगर यह डील फ़ाइनल हो जाती है तो, यह कहना गलत नहीं होगा कि, रिलायंस इंडस्ट्रीज का यह निवेश इतिहास का सबसे बड़ा निवेश होगा। रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी रिलायंस की 42वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में अपनी पत्नी नीता अंबानी, मां कोकिलाबेन अंबानी, ईशा अंबानी, आकाश अंबानी और श्लोका के साथ पहुंचे। इसी दौरान उन्होंने कई बड़े फैसले लिए और कई घोषणाएं भी की। आइये एक नजर डालें इन घोषणाओं पर।
20 फीसदी निवेश :
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) अपनी ऑयल और केमिकल डिविजन के लिए 'सऊदी अरेमेको' कंपनी में 20 फीसदी निवेश करने जा रही है। इस निवेश के तहत कंपनी 75 बिलियन डॉलर खर्च करेगी। इस निवेश से जुड़ी जानकारी स्वयं रिलायंस इंडस्ट्रीज के CEO मुकेश अंबानी ने कंपनी की एनुअल जनरल मीटिंग के दौरान दी है। मुकेश अंबानी ने घोषणा करते हुए कहा कि, "विदेशी निवेश के मामले में हमने एक नया मुकाम हासिल किया है।" इस निवेश के द्वारा लोकल टर्नओवर लगभग हर क्वाटर एक करोड़ रूपये से ऊपर होता है।
बीपी पीएलसी के साथ संयुक्त उद्यम :
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ब्रिटिश ऊर्जा दिग्गज बीपी पीएलसी के साथ एक नया संयुक्त उद्यम बनाने के लिए समझौता किया है जिसमें पूरे भारत में खुदरा सेवा स्टेशन नेटवर्क और विमानन ईंधन कारोबार शामिल होगा। इस नए संयुक्त उद्यम (JV) में RIL की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी और BP शेष 49 प्रतिशत हिस्सेदारी का मालिक होगा। अर्थात कंपनी के पास इस डील से सात करोड़ रुपये आएँगे। रिलायंस इंडस्ट्रीज रिटेल की लिस्टिंग अगले 5 साल में संभव होगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज रिटेल ने टॉप - 20 में आने और हर घंटे एक लाख ग्राहक आने का लक्ष्य रखा है। कंपनी का रिटेल में 1.30 लाख करोड़ का टर्नओवर है। इन सब के लिए कंपनी का फोकस कस्टमर, दुकानदारों, बड़ी एंटरप्राइज और स्टार्टअप पर है।
मुकेश अम्बानी का कहना :
नरेंद्र मोदी भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी देश बनाना चाहते है, इस बात पर मुकेश अम्बानी ने गौर फरमाते हुए कहा कि, उनकी कंपनी मोदी के इस सपने को पूरा करने में सक्षम है। उनकी कंपनी 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्य पर ही कार्य कर रही है। हालांकि अभी वर्तमान में भारत की इकोनॉमी में थोड़ी मंदी है, लेकिन यह बस थोड़े समय की बात है। इसी के साथ उन्होंने अपनी कंपनी के अलग-अलग सेग्मेंट में हुई ग्रोथ की जानकारी दी।
कुछ महवपूर्ण बिंदु :
मुकेश अम्बानी ने बताया कि, ऑयल एंड गैस के अलावा जियो और रिटेल कारोबार भी रिलायंस की ग्रोथ के प्रमुख हिस्सेदार हैं। रिलायंस के रिटेल कारोबार और जियो ने आलोचना करने वालो को गलत साबित कर के रख दिया है। रिलायंस की इन दोनों ही कारोबार से जुड़ी कंपनियों के नाम अपने सेग्मेंट में टॉप 10 में शामिल हैं।
रिलायंस का ईरादा देश में अन्य नई रिफाइनरी न लगाने की वजह केवल निर्यात रिफाइनरी की रिफाइनिंग क्षमता को सालभर में अभी की तुलना में 3.52 करोड़ टन से 4.1 करोड़ करोड़ टन बढ़ाने का है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज प्राइवेट सेक्टर की सबसे बड़ी ऐसी कंपनी है जो, कस्टम और एक्साइज ड्यूटी देती है। कंपनी द्वारा 26 हजार 379 करोड़ रुपये चुकाए गए हैं।
मुकेश अम्बानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 18 महीनों (मार्च 2021) में कर्ज मुक्त कंपनी बनने का लक्ष्य रखा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हर डिओन 8 नए स्टोर खोले।
कंपनी को 5 साल में सालाना 15% ग्रोथ की उम्मीद है।
बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्चा उठाएंगे अम्बानी :
रिलायंस कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने इसी AGM की घोषणा में पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के बच्चों की पढ़ाई की पूरी जिम्मेदारी ली। उन्होंने जिमेदारी लेते हुए शहीद जवानों के बच्चों की पूरी पढ़ाई का खर्चा उठाने की घोषणा भी की। जैसे ही मुकेश अंबानी ने इस बात की घोषणा कि, तुरंत ही पूरी AGM में चारो तरफ तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दे रही थी।
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