गोल्डमैन सैक्स ने घटाई मारुति सूजुकी इंडिया के स्टॉक की रेटिंग, शेयर का टारगेट प्राइस भी 20 फीसदी कम किया
राज एक्सप्रेस। ग्लोबल रिसर्च और ब्रोकिंग फर्म गोल्डमैन सैक्स ने मारुति सूजुकी इंडिया की रेटिंग घटा दी है। गोल्डमैन सैक्स ने कंपनी के शेयरों को 'खरीदने' की अपनी सलाह बदलकर 'तटस्थ' कर दी है। उसने मारुति के शेयर का टारगेट प्राइस भी 20 फीसदी घटाकर 8,800 रुपये कर दिया है। ग्लोबल रिसर्च और ब्रोकिंग फर्म ने कहा है कि छोटी कारों की मांग लगातार घट रही है। इसी वजह से उसने अपनी रेटिंग में बदलाव किया है। ग्लोबल रिसर्च और ब्रोकिंग फर्म का मानना है कि स्मॉल कार सेगमेंट में लगातार घटती डिमांड की वजह से इस वित्तवर्ष में मारुति सुजुकी की बाजार हिस्सेदारी पर असर पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रेटिंग तब घटाई है, जब मारुति अपनी एसयूवी की बिक्री दोगुनी करने की तैयारी में है। कंपनी ने 2023 में एसयूवी सेगमेंट में नंबर वन पर पहुंचने की तैयारी कर रही है।
इस रिपोर्ट का शेयरों पर दिखा दबाव
मारुति सूजुकी इंडिया के शेयरों पर सोमवार सुबह गोल्डमैन सेक्स की रिपोर्ट का असर देखने को मिला। सुबह 10:28 बजे कंपनी का शेयर 1.01 फीसदी गिरकर 8,431 रुपये पर आ गया। हालांकि, बाद में इसमें थोड़ा रिकवरी दिखाई दी। करीब 11:15 बजे शेयर का प्राइस 0.82 फीसदी की कमजोरी के साथ 8446 रुपये पर चल रहा था। हालांकि 1 बजे के आसपास शेयर 8512.00 रुपए पर 4.25 रुपए के नुकसान पर लाल निशान में ट्रेड कर रहा है। मारुति सूजुकी इंडिया के शेयरों में पिछले कुछ महीनों में दबाव देखने को मिल रहा है। हालांकि, बीते एक साल में शेयर का प्रदर्शन अच्छा रहा है। इस शेयर ने निवेशकोें को 11 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया हैं।
मार्च माह में बिक्री में आई गिरावट
मिनी और कॉम्पैक्ट व्हीकल्स सेगमेंट में मारुति की बिक्री मार्च में घटकर 83,414 इकाइयों पर आ गई है। जबकि एक साल पहले मार्च में उसकी बिक्री 97,805 यूनिट्स थी। साल दर साल आधार पर पैसेंजर व्हीकल्स की सेल्स 16 फीसदी गिरकर 83,714 यूनिट्स रही है। टोटल डोमेस्टिक सेल्स में भी इसी तरह का ट्रेंड देखने को मिला है। डोमेस्टिक सेल्स घटकर 1,39,952 यूनिट्स पर आ गई है। पिछले साल मार्च में यह 1,43,899 यूनिट्स थी। हालांकि, इस दौरान गाड़ियों का एक्सपोर्ट 13.67 फीसदी बढ़कर मार्च में 30,119 यूनिट्स दर्ज किया गया।
येन में मजबूती का मार्जिन पर पड़ेगा असर
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में जापानी करेंसी येन में मजबूती रहने की उम्मीद है। इसका कुछ असर मारुति सुजुकी के मार्जिन पर पड़ सकता है। उसके चलते गोल्डमैन सैक्स ने वित्त वर्ष 2024-25 के अर्निंग प्रति शेयर (ईपीएस) के अनुमान में भी 15-18 फीसदी की कमी की है। दरअसल, मारुति सुजुकी को अपने जापानी प्रमोटर सूजुकी मोटर कारपोरेशन को रॉयल्टी फीस चुकानी पड़ती है। येन में मजबूती आने से कंपनी पर रॉयल्टी का बोझ बढ़ जाएगा। इसका असर कंपनी के मार्जिन पर पड़ेगा।
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