हाइलाइट्स –
शेयर बाजार में गिरावट जारी
Stock Market में Omicron की टेंशन
बेंचमार्क 4 माह के सबसे लोअर लेवल पर क्लोज
राज एक्सप्रेस। शेयर बाजार (Stock Market) में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को भी भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) में बड़ी गिरावट दर्ज हुई। BSE के ऑल सेक्टर इंडेक्स ने नीचे की ओर रुख किया जिससे निवेशक परेशान नजर आए।
शेयर मार्केट में सोमवार 20 दिसंबर, को जबरदस्त गिरावट दर्ज हुई। कोरोना वायरस के नए स्वरूप (वैरिएंट) ओमिक्रॉन के खतरों के बीच भारतीय इक्विटी बेंचमार्क चार माह के अपने सबसे लोअर लेवल पर क्लोज हुआ।
ओमिक्रॉन की टेंशन – बाजार विश्लेषकों के मुताबिक ओमिक्रॉन (Omicron) संबंधी आशंका-कुशंकाओं के अलावा विदेशी निवेशकों (Foreign investors) के लगातार बिकवाली के रुख से भारतीय बाजार में गिरावट का क्रम देखा जा रहा है।
इसी क्रम में सोमवार को दोपहर 1 बजे सेंसेक्स (Sensex) में 3 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। इस वक्त सेंसेक्स करीब 1750 अंक से अधिक टूटकर 55 हजार के नजदीक पहुंच गया। इसी तरह निफ्टी (Nifty) में 550 अंकों की गिरावट हुई। इस गिरावट से निफ्टी 16 हजार 400 के नजदीक दर्ज किया गया। निफ्टी (Nifty) में भी 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट से निवेशक चिंतित दिखे।
ओमिक्रॉन के खतरों से बचने यूरोपीय देशों में प्रतिबंधों का दौर फिर ताजा हो रहा है। ईयर 2021 क्लोजिंग एवं ईयर 2022 के आगमन से जुड़े इस हॉलीडे सीज़न में निर्मित असमंजस के बादल के कारण ग्लोबल इकोनॉमी के फिर से लड़खड़ाने का खतरा पैदा हो गया है। महामारी के खतरे के बीच दुनिया भर के प्रमुख बाजारों में नकारात्मक रुख देखा जा रहा है।
दिन की सबसे बड़ी गिरावट - सेंसेक्स के 1,879 अंक लुढ़कने से 26 फरवरी के बाद एक दिन की यह सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है। इसी तरह निफ्टी भी 16,450 से नीचे जाकर 16,410 के निचले स्तर पर जा पहुंचा। सेंसेक्स 1,190 अंक या 2.09 फीसदी गिरकर 55,822 जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 372 अंक या 2.2 फीसदी फिसलकर 16,614 पर क्लोज हुआ।
Omicron का असर - ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के कारण यूरोपीय देशों में नियमों को कड़ा किया जा रहा है। इसके अलावा एशियाई बाजार में भी सोमवार को गिरावट दर्ज हुई। कच्चे तेल के बाजार ने भी आज गोता लगाया। अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 2.45 फीसदी गिरावट के साथ 71.72 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा। सेंसेक्स में सबसे अधिक चार फीसदी की गिरावट बजाज फाइनेंस में देखी गई।
सेक्टर्स में बिकवाली हावी – शेयर मार्केट में सरकारी और प्राइवेट को मिलाकर सभी तरह के शेयर्स में बिकवाली हावी रही। पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (public sector undertaking/PSU) यानी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बैंक इंडेक्स में 4 फीसद से अधिक गिरावट दर्ज हुई। बाजार में जारी गिरावट पर कब विराम लगेगा इस बारे में अनुमान लगाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
मार्केट डेटा के अनुसार बीते साल मार्च के महीने में दर्ज हुई भारी गिरावट के बाद से निवशकों को ऐसी परिस्थिति का सामना नहीं करना पड़ा था। दरअसल अप्रैल-2020 के बाद से शेयर मार्केट में रैली का माहौल रहा।
इस लगातार रैली पर अक्टूबर 2021 में विराम लगा। डेटा के अनुसार 18 अक्टूबर-2021 को सेंसेक्स 62 हजार के करीब पहुंचा, तो वहीं निफ्टी 16600 के स्तर को पार कर गया। उसके बाद से बाजार में गिरावट का दौर लगातार जारी है।
पिछले कुछ समय के दौरान तेजी से बाजार से जुड़ने वाले खुदरा निवेशक इस गिरावट के कारण परेशान हैं। गिरावट के कारण निवेशकों को रोजाना नुकसान हो रहा है।
एशियाई मार्केट में भी गिरावट – एशियाई शेयर बाजार के साथ ही यूरोप के स्टॉक मार्केट में भी गिरावट ने निवेशकों को दुखी कर रखा है। वहीं भारतीय बाजार में इस महीने फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टमेंट (Foreign portfolio investment/FPI) यानी विदेशी पोर्टफोलियो निवेश की बिकवाली सिरदर्द बनी हुई है।
एफपीआई (FPI) से 26,687.46 करोड़ रुपये की इक्विटी का विक्रय हुआ है। पिछले सप्ताह इससे 10,452.27 करोड़ रुपये की बिकवाली हुई। इसमें घरेलू संस्थागत निवेशक खरीदारी में रुचि दिखा रहे हैं। डीआईआई ने इस माह अब तक 20,041.94 करोड़ रुपये की खरीदारी की है।
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डिस्क्लेमर – आर्टिकल रिपोर्ट्स और शेयर मार्केट के आंकड़ों पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त जानकारी जोड़ी गई हैं। इसमें प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।
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