ईश्वर का प्रतिरूप होती है मां, मातृत्व के दिनों में महिला कर्मियों को अमेजन देता है विशेष सुविधाएं : लीजू थॉमस
राज एक्सप्रेस। मां बिल्कुल ईश्वर का प्रतिरूप होती है। जब हम अबोध होते हैं, अच्छे बुरे का ज्ञान नहीं होता, तब मां ही हमारा हाथ पकड़ कर हमारा मार्गदर्शन करती है और जब वह हमें इस लायक बना देती है कि हम अपने बूते संसार में रह सकें तो वह चुपचाप पीछे हट जाती है ताकि हम मुक्ताकाश में उड़ सकें। वह हमारे लिए अपने जीवन में सर्वोच्च बलिदान करती है, लेकिन कभी कोई प्रत्याशा नहीं करती, क्योंकि वह मां है। इस निःस्वार्थ प्रेम की किसी और प्रेम से तुलना नहीं की जा सकती। दुनियाभर में मां के योगदान को सम्मान देने के लिए आज यानी 14 मई के दिन मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है। लोग अपने अपने अंदाज में इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं। कॉरपोरेट वर्ल्ड में भी इस दिन को खास तरीके से मनाने की परंपरा है।
महिला कर्मचारियों के लिए शुरू कीं कई स्कीमें
इस दिन कंपनियां मांओं के लिए खास स्कीम को लॉन्च करती हैं, जिससे उन्हें अपना कैरियर आगे बढ़ाने में आसानी हो। ई कामर्स कंपनी अमेजन भी अपनी महिला कर्मचारियों को ध्यान में रखते हुए कई कदम उठाए हैं। अमेजन इंडिया में पीएक्सटी डायरेक्टर लीजू थॉमस ने बाताया कि कंपनी ने कामकाजी महिलाओं को ध्यान में रखते हुए कई कदम उठाए है। उन्होंने बताया कि अमेजन में लीडर्स की नैतिक और रणनीतिक जिम्मेदारी है कि संगठन में लैंगिक विविधता को बढ़ावा दिया जाए। हम विश्वास करते हैं कि किसी भी संगठन में विविधता को जब तक नहीं बढ़ाया जा सकता है, जब तककि उसके लीडर्स के विचारों में विविधता न हो। यह पॉलिसी, सोच और व्यवहार के बदलाव से शुरू होती है। उन्होंने कहा कि अमेजन में हमने महिलाओं खासतौर पर मांओं के लिए कई इनिशिएटिव शुरू किए हैं। इसमें से एक 'रिकिंडल' है, जो उन महिलाओं के लिए लॉन्चपैड है, जो निजी कारणों के चलते अपने काम से ब्रेक ले चुकी हैं। इसका उद्देश्य महिलाओं को दोबारा से वर्कफोर्स में एंट्री देना है। इसके अलावा महिलाओं की ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए विनोप्स- वोमैन इन आपरेशन भी शुरू किया गया है।
मातृत्व के बाद दोबारा करियर शुरू करने में देते हैं मदद
उन्होंने बताया कि कामकाजी महिलाएं अक्सर अपनी नौकरियों में असाधारण मल्टीटास्किंग स्किल लाती हैं। वे अक्सर कार्यों को प्राथमिकता देने, समय सीमा का प्रबंधन करने और कई जिम्मेदारियों को निभाने में माहिर होती हैं। हम अमेजन में समझते हैं कि ये सभी स्किल काफी महत्वपूर्ण हैं। हम अपने अलग-अलग इनिशिएटिव के माध्यम से ऐसा वातावरण बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे कि महिलाएं अपना करियर बनाने में सफल हों। अमेजन की प्रतिबद्धता है कि महिलाओं को मां बनने के बाद दोबारा करियर शुरू करने के लिए सहायता दी जाए। इसके लिए कंपनी ने रैंप बैक प्रोग्राम के तहत महिला कर्मचारियों के वर्क शेड्यूल को मॉडिफाइड किया जाता है। कंपनी कर्मचारियों को चाइल्डकेयर बेनिफिट भी उपलब्ध कराती है, जिसमें कंपनी के चाइल्डकेयर नेटवर्क में मौजूद चाइल्डकेयर सेंटर पर जाकर डिस्काउंट पर कर्मचारी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
इनकी कहानी देती है भरोसा
कोरोना के दौरान जमशेदपुर की रहने वाली रश्मि चौधरी को तब बड़ा झटका लगा , जब उनके पति हर्ष की कोरोना के कारण मौत हो गई। वह मानसिक रूप से तैयार नहीं थीं, लेकिन अचानक उन पर पति हर्ष के अमेजन डिलीवरी के कारोबार को संभालने की जिम्मेदारी आ गई, जिसमें करीब 100 कर्मचारी काम करते थे। अमेजन के सपोर्ट के कारण आज वे सफलतापूर्वक अपना कारोबार चला रही है और उनके डिलीवरी स्टेशन की संख्या 4 से बढ़कर 5 हो गई है। बेंगलुरू की राधम्मा पृथ्वी एक होममेकर हैं और उन्होंने परिवार की जिम्मेदारियों को निभाते हुए अपने करियर को अमेजन के साथ बनाया है। वह अपने पति सुरेश कुमार आर के साथ रहती हैं और गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी में पार्ट टाइम टेलर हैं। 2019 तक वे उन्हें अपना काम मैनेज करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अमेजन फ्लेक्स के साथ जुड़कर अपने काम को अच्छे से कर पा रही हैं।
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