पाकिस्तान। पाकिस्तान का जिक्र ज्यादातर वित्तीय समस्याओं या किसी गड़बड़ी के चलते ही होता है। वहीं, अब पाकिस्तान की इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) के 150 पायलटों पर रोक लगने की खबर सामने आई है। खबरों के अनुसार, इन सभी पायलटों के लाइसेंस फर्जी होने का मामला बताया जा रहा है।
पायलटों पर लगी रोक :
दरअसल, पाक की इंटरनेशनल एयरलाइंस के150 पायलटों को प्लेन चलाने पर रोक लगा दी गई है। क्योंकि, इन सभी पायलट्स पर फर्जी लाइसेंस रखने का आरोप लगा हैं। इस बारे में PIA एयरलाइंस ने गुरुवार को जानकारी देते हुए घोषणा की कि, ‘संदिग्ध लाइसेंस’ वाले 150 पायलटों के विमान उड़ाने पर रोक लगा दी गई है। बता दें, ऐसा फैसला कराची में हुए विमान हादसे की जांच रिपोर्ट आने के एक दिन बाद लिया गया है। खबरों के अनुसार इस हादसे का जिम्मेदार पायलटों और हवाई यातायात नियंत्रण कर्मियों को ठहराया जा रहा है।
PIA के प्रवक्ता के अनुसार :
इस मामले में PIA के एक प्रवक्ता ने भी क़ुबूल किया है कि, एयरलाइंस के 860 पायलटों में से 262 पायलट फर्जी हैं। प्रवक्ता ने आगे बताया कि, ‘इतनी बड़ी संख्या में पायलटों पर रोक लगाई गई है। इस रोक के चलते PIA का उड़ान परिचालन काफी प्रभावित होगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया है कि, जिन पायलेट्स के पास फर्जी डिग्री थी ऐसे 6 पायलटों को पहले ही डिसमिस कर दिया गया था। खबरों के अनुसार अब पायलटों में से जो भी अपना लाइसेंस को प्रमाणित करा देगा उसे ड्यूटी पर वापस बुला लिया जाएगा।
उड्डयन मंत्री ने किए बड़े खुलासे :
पाकिस्तान के उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने कई चौका देने वाले खुलासे करते हुए बताया है कि, PIA एयरलाइंस में कुल 860 पायलट हैं। जिनमें से 262 ऐसे हैं जो, बिना पायलट बनने की परीक्षा दिए ही पायलट बन गए हैं। यदि अनुमान लगाया जाये तो हर 3 पायलटों में से 1 फर्जी है। उन्होंने आगे बताया कि, इन लोगों ने परीक्षा में अपनी जगह किसी अन्य व्यक्ति से परीक्षा दिला कर डिग्री हासिल की है। दरअसल, इस बात का खुलासा कराची प्लेन क्रैश की रिपोर्ट सामने आने पर हुआ।
रिपोर्ट सामने आने पर हुआ खुलासा :
कराची प्लेन क्रैश की रिपोर्ट सामने आने पर पता चला कि, PIA एयरलाइंस में पायलटों की नियुक्ति पॉलिटिकल प्रेशर और उनकी ही दखल से की जाती है। वहीं, साल 2019 की फरवरी में इस मामले की जांच शुरू हुई, तो खुलासा हुआ कि 262 पायलटों ने इस नौकरी की परीक्षा में अपनी जगह किसी अन्य व्यक्ति को भेज कर एग्जाम दिलवाई होकर पायलट बने। इसलिए इनके पास जरूरी फ्लाइंग अनुभव नहीं था। प्रवक्ता ने बताया कि हमारी तरफ से नागरिक उड्डयन प्राधिकरण को बाकि के लाइसेंसों की सूची देने के आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही हमें इसकी रिपोर्ट भी मिल गई है और हम इसमें बेहतर करने को लेकर काम कर रहे हैं। इन सभी फर्जी लाइसेंस वाले पायलटों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
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