नुकसान के चलते Philips को भी उठाना पड़ा छंटनी का कदम
Philips Layoff Worker : पिछले साल से देश दुनियाभर की कंपनियों से छंटनी की खबरें आती रही हैं। चाहे वो IT सेक्टर की कंपनी हो, एजुकेशन सेक्टर की हो या ऑटोमोबाइल की। पिछले साल से ही लगातार कई दिग्गज कंपनियां छंटनी करती आ रही है। अब भी कंपनियां छंटनी करने की जानकारी दे ही रही हैं। इसी कड़ी में अब एम्बेटल्ड डच मेडिकल टेक मेकर 'फिलिप्स' (Philips) ने भी छंटनी करने का ऐलान कर दिया है।
Philips ने भी की छंटनी :
दरअसल, कोरोना काल के बाद से लगभग सभी कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ा था, हालांकि कई कंपनियां नुकसान से बाहर आ चुकी हैं, लेकिन इसके बाद भी कंपनियां नुकसान का सामना कर रही हैं। जिसके फलस्वरूप कंपनियों को छंटनी जैसे कदम उठाने पड़ रहे हैं। वहीँ, अब एम्बेटल्ड डच मेडिकल टेक मेकर फिलिप्स ने छंटनी की जानकारी देते हुए सोमवार को बताया है कि, 'कंपनी अपनी वर्ल्ड वाइड टोटल वर्कफोर्स में से 6000 एम्प्लॉइज की छंटनी करने की योजना बना रही है। कंपनी को यह फैसला बड़ी संख्या में खराब स्लीप रेस्पिरेटर्स की वापसी के चलते हुए नुकसान के कारण उठाना पड़ रहा है।
चीफ एग्जीक्यूटिव ने दी जानकारी :
चीफ एग्जीक्यूटिव रॉय जैकब्स ने जानकारी देते हुए कहा कि, 'यह फैसला हमारे लिए मुश्किल था, लेकिन हमने 2025 तक कर्मचारियों की संख्या में और कमी करने की अनाउंसमेंट की है। इससे 3 महीने पहले भी फिलिप्स ने अपनी टोटल वर्कफोर्स में से 4,000 एम्प्लॉइज की छंटनी की थी। फिलिप्स और हमारे स्टेकहोल्डर्स के लिए 2022 बहुत ही कठिन साल रहा है। हम अपने एग्जीक्यूशन को बेहतर बनाने और परफॉर्मेंस को बढ़ाने के लिए टफ एक्शंस ले रहे हैं।'
Philips का नेट लॉस :
एम्स्टर्डम बेस्ड कंपनी Philips ने हाल ही में अपने आंकड़े जारी किए थे। जिसके अनुसार, कंपनी को साल 2022 की चौथी तिमाही में 105 मिलियन यूरो यानी 114 मिलियन डॉलर का नेट लॉस हुआ था। वहीं, बीते एक साल के दौरान कंपनी को खराब डिवाइसेस को रिकॉल करने के कारण 1.6 बिलियन यूरो का नेट लॉस उठाना पड़ा था।
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