राज एक्सप्रेस। एक तरह देश में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे हालातों के बीच वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को 'कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री' (CII) के ‘पार्टनरशिप समिट 2020’ के आयोजन में हिस्सा लिया। उन्होंने इस कार्यक्रम के दौरान अपनी बात रखते हुए देश में विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने वाली नीतियों के चलते फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) में लगातार दर्ज की जा रही बढ़त पर चर्चा की।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री का कहना :
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ‘पार्टनरशिप समिट 2020’ के आयोजन में कहा कि, 'अप्रैल-सितंबर 2020 के दौरान एफडीआई 13 प्रतिशत बढ़कर लगभग 40 अरब अमरीकी डॉलर हो गया। भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लगातार बढ़ रहा है। इस साल के पहले नौ महीनों में कोविड-19 महामारी के बाजवूद हमारा एफडीआई बढ़ा है और आज हमारी एफडीआई नीति दुनिया में सबसे सुविधाजनक और अनुकूल नीतियों में एक है। लगभग सभी क्षेत्रों में स्वचालित मार्ग के जरिए 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी गई है।'
निवेशकों को किया भारत में आमंत्रित :
पियूष गोयल ने आगे भारत में कई क्षेत्रों में अवसरों की जानकारी देते हुए निवेशकों को भारत में आमंत्रित करते हुए कहा कि, ‘‘भारत अवसरों की भूमि है। मैं आपको विकास, वृद्धि और समृद्धि की बस में सवार होने के लिए आमंत्रित करता हूं, हम आपका स्वागत खुले हाथों और रेड कॉरपेट के साथ करेंगे और अवसरों की इस भूमि में आपकी यात्रा के दौरान हम आपको पूरी सहायता, साझेदारी और सहभागिता का भरोसा देते हैं।
9 क्षेत्रों में FDI प्रतिबंधित :
उन्होंने चर्चा के दौरान ही बताया है कि, यदि भारत में दूरसंचार, मीडिया, दवा और बीमा जैसे कुछ क्षेत्रों में कोई भी विदेशी निवेशक निवेश करना चाहता है तो उसे निवेश के लिए सरकार से मंजूरी लेने की जरूरत पड़ती है और यह अनुमति अति आवश्यक है। वहीं, इनके अलावा देश में 9 ऐसे क्षेत्र भी तय किए गए हैं, जिनके लिए फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) को प्रतिबंधित किया गया है। ये क्षेत्र निम्नलिखित हैं-
लॉटरी व्यवसाय
जुआ
सट्टेबाजी
चिट फंड
निधि कंपनी
रियल एस्टेट
तंबाकू का कारोबार
सिगरेट का कारोबार
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।