हाइलाइट्स :
रिलायंस Jio की एंट्री से लगातार बड़ी प्रतिस्पर्धा
कंपनियों ने लिया फैसला
टैरिफ प्लान्स की कीमतों में होगी बढ़ोत्तरी
नुकसान के चलते उठाना पड़ा यह कदम
राज एक्सप्रेस। टेलिकॉम मार्केट में रिलायंस Jio की एंट्री के बाद से टेलिकॉम कंपनियों के बीच लगातार प्रतिस्पर्धा बढ़ती ही चली गई, जिसके चलते कंपनियां लगातार अलग-अलग प्लान्स पेश कर रही थीं, इसी बीच कुछ ऐसी खबरें भी आई कि, सितंबर माह में तिमाही के अंत में एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया कंपनियों को 74000 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। इस नुकसान को भुगतने के बाद दोनों कंपनियों ने मिलकर फैसला लिया है।
क्या है फैसला :
आज के इस डिजिटल दौर में हर व्यक्ति मोबाइल पर डाटा इस्तेमाल करने का आदी हो चुका है इन हालातों में एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया कंपनियों ने मिलकर अपने टैरिफ प्लान्स को 1 दिसंबर से बढ़ा देने का फैसला लिया है। वहीं अन्य कंपनियों के अलावा रिलायंस Jio ने भी घोषणा कर दी है कि, वो भी अगले हफ्ते से अपने टैरिफ प्लान को महंगा कर देंगी। कंपनियों के इन सब फैसले को देखते हुए लगता है कि, अब वो दिन आने में ज्यादा दिन नहीं बचे जब डाटा और कॉल्स फिर से महंगे हो जाएंगे।
रेवेन्यू लॉस की भरपाई :
इस फैसले को लेकर टेलिकॉम कंपनियों का मानना है कि, उन्हें इस बढ़ती प्रतिस्पर्धा के तहत काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है, जिसकी भरपाई के लिए कंपनियों को यह फैसला लेना पड़ रहा है। इस फैसले से कंपनियों के रेवेन्यू लॉस की भरपाई हो सकेगी। दूसरी तरफ रिलायंस इंडस्ट्रीज (Jio) के CEO मुकेश अंबानी का कहना है कि,
'अन्य टेलिकॉम ऑपरेटर्स जैसे सरकार के साथ काम करते हैं, वैसे ही हम भी करेंगे और इंडस्ट्री में मजबूती लेन के लिए टैरिफ की कीमतों में उचित बढ़ोत्तरी करेंगे साथ ही जो जरूरी कदम होंगे वो उठाएंगे। हालांकि कीमतों में बढ़ोत्तरी कुछ इस तरह की जाएगी जिससे डेटा की खपत या इंटरनेट की पहुंच पर प्रभाव न पड़े'।
मुकेश अंबानी, रिलायंस Jio, CEO
कई सालों बाद बढ़ेंंगी कीमतें :
जब से टेलिकॉम मार्केट में Jio की एंट्री हुई है मतलब साल 2016 से ही वर्तमान में मार्केट में उपलब्ध तीनों कंपनियों ने अपने प्लान्स की कीमतें निर्धारित कर दी थी, तब से लेकर अभी (2019) तक यही कीमते चली आ रही थी, लेकिन अब तीन साल बाद इन कीमतों में बढ़ोत्तरी की जाएगी। इसका मुख्य कारण यह है कि, इन कीमतों में बढ़ोत्तरी होने से टेलिकॉम कंपनियों को ऐवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) से अधिक फायदा होगा।
आंकड़ों पर नजर :
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, वर्तमान में Jio कंपनी के पास 5 करोड़ सब्सक्राइबर हैं और यदि Jio अपने टेरिफ प्लान्स की कीमत बढ़ाती है तो, इसका फायदा दूसरी टेलिकॉम कंपनियों को जरूर मिलेगा। क्योंकि यदि हम कंपनियों के ऐवरेज रेवेन्यू पर यूजर के आंकड़ों पर नजर डालें तो, सितंबर माह में,
एयरटेल का रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) 128 रहा।
वोडाफोन-आइडिया का रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) 107 रहा।
कंपनियों के शेयर :
दिसंबर से टैरिफ से जुड़ी घोषणा करने के अगले दिन ही वोडाफोन-आइडिया के शेयर में 35% और एयरटेल के शेयर में 7% प्रतिशत ऊपर उठे हैं। एक नजर गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट पर डालें तो उसमे ऐसा कहा गया है कि,
टैरिफ में बढ़ोतरी इंडियन टेलिकॉम स्टॉक्स में निवेश का मन बनाने के लिए मौके का इंतजार कर रहे निवेशकों के लिए सकारात्मक होगा। इससे वोडाफोन-आइडिया के लिए भविष्य में फंड जुटाना आसान हो जाएगा।
गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट
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