अमेरिका। हाल ही में भारत ने चीन के प्रति सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया था। भारत की राह चल कर अमेरिकी राष्ट्पति डोनाल्ड ट्रंप ने भी चीन को करारे झटके दिए थे। वहीं, अब चुनाव में हार का सामना करने के बाद ट्रंप ने सत्ता से जाते-जाते भी चीन को एक और बड़ा झटका दे दिया है और चीन की कुल 9 कंपनियों को ब्लैक लिस्ट करके दिया है। आपको जानकार हैरानी होगी कि, इन कंपनियों में बहुचर्चित स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Xiaomi भी शामिल है।
ट्रंप सरकार का फैसला :
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आखिरी दिन चल रहे हैं और आज जाते-जाते उन्होंने अमेरिका वासियों के लिए एक और अहम् फैसला लेते हुए Xiaomi सहित चीन की 9 कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया। उन्होंने आज ही यह घोषणा की है। ट्रंप का आरोप है कि, यह कंपनियां चीनी सेना के साथ साठगांठ कर रही हैं। बताते चलें, ट्रंप प्रशासन पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना मिलिट्री-सिविल फ्यूजन डिवलपमेंट स्ट्रैटजी को प्रमुखता से हाइलाइट किया है, जो कि पीपल्स लिबरेशन ऑर्मी (PLA) को मॉडर्न कर रहा है। इसके द्वारा एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और डेवलपमेंट की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।
चीन की यह कंपनियां हुईं बैन :
बताते चलें, अमेरिकी राष्ट्पति डोनाल्ड ट्रंप ने आज चीन की 9 कंपनियों पर बैन लगाने की घोषणा की है। अमेरिका में ब्लैक लिस्टेड हुई कंपनियों में ज्यादातर एविएशन, एयरोस्पेस, टेलिकम्यूनिकेशन, कंस्ट्रक्शन क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां हैं। अमेरिका द्वारा चीन की जिन कंपनियों को बैन किया है। उनके नाम निम्नलिखित हैं।
चीन की स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi
तेल उत्पादक कंपनी Cnooc
चीनी प्लेन निर्माता कंपनी नैरो बॉडी वाले प्लेन निर्मित करती है।
क्या होगा इस बैन के बाद ?
बताते चलें, अमेरिका में ब्लैक लिस्ट होने के बाद यह कंपनियां अब अमेरिका में निवेश नहीं कर सकेंगी। इसके अलावा इन सभी कंपनियों को पहले से किए गए निवेश को भी 11 नवंबर 2021 तक कम करना होगा। स्टेट ओन्ड प्लेनमेकर कॉमर्शियल एयरक्रॉफ्ट कॉरपोरेशन ऑफ चीन लिमिटेड है।
ट्रंप के सत्ता में बचे छह दिन :
बता दें, ट्रंप के इस सत्ता के कार्यकाल के अब छह दिन बचे रह गए हैं। ऐसे में ट्रंप का चीन की कंपनियों को ब्लैक लिस्ट करने का फैसला चीन के लिए किसी बहुत बड़े झटके से कम नहीं है। खबरों की मानें तो, अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस (DOD) ने चीन की कंपनी Xiaomi को 'कम्युनिस्ट चाइनीज मिलिट्री कंपनी' के रूप में कैटेगराइज्ड किया है, लेकिन ट्रंप सरकार के इस फैसले के बाद अमेरिकी इनवेस्टर्स, इस स्पेशल ब्लैकलिस्ट से जुड़ी चाइनीज कंपनियों में निवेश नहीं कर सकेंगे।
गौरतलब है कि, अमेरिका की ट्रंप सरकार ने टेलिकॉम सेक्टर की Huawei और ZTE जैसी कंपनियों को पहले ही बैन कर दिया था। इसके अलावा अमेरिका द्वारा 6 जनवरी को एक्जीक्यूटिव आर्डर पास करके WeChat Pay, Alipay जैसे 9 ऐप्स को भी बैन किया जा चुका है। जबकि उससे पहले ट्रंप प्रशासन ने फेस कैम स्कैनर, QQ वॉलेट, SHAREit, Tencent QQ, VMate, WeChat Pay और WPS ऑफिस जैसे ऐप भी बैन किये थे।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।