जुलाई 2021 में थोक और खुदरा महंगाई दर रही कुछ इस प्रकार

भारत सरकार द्वारा थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर (WPI) के आंकड़े जारी किए गए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक, थोक महंगाई दर (WPI) जुलाई में लगातार चौथे महीने दोहरे अंकों में दर्ज की गई।
जुलाई 2021 में थोक और खुदरा महंगाई दर रही कुछ इस प्रकार
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राज एक्सप्रेस। वैसे तो नया साल हर देश के लिए अच्छा होना चाहिए, लेकिन कोरोना वायरस के चलते सभी देशों के लिए साल 2021 काफी बुरा साबित हो रहा है। ऐसा ही कुछ हाल भारत का भी है। भारत में बढ़ती महंगाई को देखते हुए लग रहा है कि, इस साल के बाकी के महीने भी भारत के लिए लिए कुछ खास नहीं रहने वाले हैं। इसी बीच देश में थोक महंगाई दर (WPI) आसमान छूती हुई नजर आरही है। बता दें इस बात का अंदाजा भारत सरकार द्वारा 'थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (WPI) के आंकड़े जारी किए गए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक, थोक महंगाई दर (WPI) जुलाई में लगातार चौथे महीने दोहरे अंकों में दर्ज की गई।

देश की थोक महंगाई दर :

भारत में इस साल 2021 के जुलाई माह में थोक महंगाई दर 11.16% रही है। जो जून के 12.07% तुलना में जुलाई में थोक महंगाई 11.16% रही। मई में यह दर 12.94% थी। जबकि, जून 2020 में थोक महंगाई दर ऋणात्मक 1.81% थी। बता दें, देश में महंगाई दर बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा योगदान मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स का है। क्योंकि, बीते दिनों में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की कीमतों में भी बढ़त दर्ज की गई है और यही महंगाई बढ़ने का कारण है। यही थोक महंगाई दर सितंबर में 1.32% थी। जबकि, पिछले साल अक्टूबर में महंगाई दर ज़ीरो (0) दर्ज की गई थी। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर इससे पहले फरवरी में 2.26% थी।

जुलाई में अन्य दरें :

  • खाद्य थोक महंगाई दर -4.5% रही

  • फ्यूल & पावर थोक महंगाई दर - 26% रही

  • मैन्युफैक्चर्ड थोक महंगाई दर - 11.2% रही।

  • अंडे, मांस की थोक महंगाई दर - 8% रही

  • दालों की थोक महंगाई दर - 8.3% रही (11.5% से कम होकर)

  • दूध की थोक महंगाई दर - 1.8% रही

  • सब्जियों की थोक महंगाई दर - 8.7% रही

  • प्याज की थोक महंगाई दर - 72% रही

  • कोर थोक महंगाई दर - 10.8% रही

खुदरा महंगाई दर :

बताते चलें, सरकार द्वारा इससे पहले जारी किये गए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े 5.59% रही, जो जून के मुकाबले 0.67% कम है। जबकि, जून 2021 में यह आंकड़ा 6.26 और जुलाई 2020 में 6.73% था। जून में औद्योगिक उत्पादन मई में 29.3% की तुलना में गिरकर 13.6% हो गया। इसके साथ ही खुदरा महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की लक्ष्य सीमा के अंदर आ गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यह कमी खाद्य कीमतों में गिरावट और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान कम करने के चलते आई है। सरकार ने RBI को खुदरा महंगाई 2% मार्जिन के साथ चार फीसदी पर रखने का निर्देश दिया है। जुलाई 2021 में उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक 3.96% रहा। जबकि, जून में यह आंकड़ा 5.15% का था।

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