राज एक्सप्रेस। वैसे तो नया साल हर देश के लिए अच्छा होना चाहिए, लेकिन कोरोना वायरस के चलते सभी देशों के लिए साल 2020 काफी बुरा साबित हो रहा है। ऐसा ही कुछ हाल भारत का भी है। भारत में बढ़ती महंगाई को देखते हुए लग रहा है कि, इस साल के अंतिम महीने भी भारत के लिए लिए कुछ खास नहीं रहने वाले है। इसी बीच देश में थोक महंगाई दर (WPI) अक्टूबर में आसमान छूते हुए 8 महीनों का सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
देश की थोक महंगाई दर :
भारत में इस साल के अक्टूबर माह में थोक महंगाई दर 1.48% रही है। जो बीते 8 महीनों का सबसे उच्चतम स्तर है। बता दें, देश में महंगाई दर बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा योगदान मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स का है। क्योंकि, बीते दिनों में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की कीमतों में बढ़त दर्ज की गई है और यही महंगाई बढ़ने का कारण है। यही थोक महंगाई दर सितंबर में 1.32% थी। जबकि, पिछले साल अक्टूबर में महंगाई दर ज़ीरो (0) दर्ज की गई थी। थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर इससे पहले फरवरी में 2.26% थी।
कॉमर्स एवं इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के आंकड़े :
कॉमर्स एवं इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार, भले इस साल अक्टूबर के महीने में खाने-पीने की चीजों की कीमतें कम हुई हो, लेकिन वहीं मैन्युफैक्चर्ड आइटम की कीमतों में बढ़त दर्ज की गई थीं। अक्टूबर में खाने-पीने वाली चीजों की महंगाई 6.37% रही जबकि यही आंकड़ा एक महीना पहले ही 8.17% का था। इस साल के अक्टूबर में सब्जियों की महंगाई दर 25.23% रही। जबकि आलू की कीमतों में 107.70 फीसदी तेजी देखि गई। यदि गैर खानेपीने वाली चीजों की बात करें तो, इनकी महंगाई दर 2.85% रही। वहीं, मिनरल्स की मंहगाई दर 9.11% रही।
देश में पिछले महीनों की थोक महंगाई दर :
अक्टूबर में थोक महंगाई दर 1.48%
सितंबर में थोक महंगाई दर 1.32%
अगस्त में थोक महंगाई दर 0.16%
जुलाई में थोक महंगाई दर (नकारात्मक) 0.58%
जून में थोक महंगाई दर (नकारात्मक) 1.81%
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