हाइलाइट्स :
800 करोड़ की लागत में दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर
अहमदाबाद में बनेगा 'उमिया माता मंदिर'
पहले चरण का काम 2025 तक होगा पूरा
100 बीघा जमीन पर होगा मंदिर का निर्माण
आज हुआ मंदिर का शिलान्यास
राज एक्सप्रेस। बड़े ही गर्व की बात है कि, अभी तक भारत में दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा 'स्टैचू ऑफ यूनिटी' और सबसे बड़े मोटेरा के 'सरदार पटेल स्टेडियम' का निर्माण हो चुका है। वहीं, अब भारत को गौरवान्वित कर देने वाला एक अन्य मंदिर और बनने की तैयारी में है। जिसे 800 करोड़ की लागत में बनाया जाएगा। गुजरात में आज इस मंदिर के शिलान्यास के दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कहां बनेगा यह मंदिर :
800 करोड़ की लागत में बनने वाला यह मंदिर गुजरात राज्य की राजधानी अहमदाबाद में बनेगा। इसे 'उमिया माता मंदिर' नाम से जाना जाएगा। आज इस मंदिर के शिलान्यास के कार्यक्रम विश्व उमिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया था। इस से जुड़ी खबरें इसी गुरुवार को ट्रस्टी द्वारा प्राप्त की गई थीं। बताते चलें यह मंदिर देवी उमिया माता के लिए समर्पित रहेगा। यह माता मूलरूप से पाटीदार समुदाय की मानी जाती हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर होने के साथ ही सबसे ऊंचा मंदिर भी होगा। उम्मीद लगाई जा रही है कि, मंदिर के पहले चरण का काम 2025 तक पूरा हो जाएगा।
क्या-क्या होगा मंदिर में :
उमिया फाउंडेशन के ट्रस्टी के आर पी पटेल द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह मंदिर 100 बीघे (एकड़) जमीन पर निर्मित किया जाएगा। इस मंदिर की कुल ऊंचाई 131 मीटर होगी और मंदिर में 82, 90 और 110 मीटर ऊंची तीन व्यूइंग गैलरी (दर्शक दीर्घाएं) रखी जाएंगी। इस जगह से मंदिर में आये भक्त जन अहमदाबाद के आसपास के क्षेत्र को भी बहुत ही अच्छे से देख सकेंगे। मंदिर का गर्भगृह भारत की संस्कृति के हिसाब से बनाया जाएगा। इसके अलावा मंदिर के गर्भगृह में 52 मीटर ऊंचाई पर 'उमिया माता' की मूर्ति और एक अलग स्थान पर शिवलिंग की स्थापना की जाएगी।
मंदिर का डिजाइन :
बताते चलें कि, इस मंदिर का एक डिजाइन इन दो लोगों ने तैयार किया है उसमें से एक भारत और एक जर्मन का आर्किटेक्ट है। यहाँ आपको यह भी बता दें, इस मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में देश-विदेश से लगभग 2 लाख भक्तों के साथ महंत स्वामी, श्री श्री रविशंकर सहित 21 प्रमुख संत और महंत शामिल होंगे। शिलान्यास का यह कार्यक्रम 2 दिवसीय है जिसका आयोजन आज से शुरू हुआ है।
मंदिर की लागत :
इस मंदिर के निर्माण में लगभग 800 करोड़ की लागत लगेगी। जिसमें से समुदाय ने अब तक करीब 375 करोड़ रुपए की राशि जुटा ली है। खबरों के अनुसार इस मंदिर के निर्माण का पूरा कार्य पांच सालों में ख़तम होगा और इस अवधि के दौरान ही 500 करोड़ से अधिक की राशि जुटाई जाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि इस नए निर्मित मंदिर के चारों तरफ में कौशल विकास विश्वविद्यालय, करियर डेवलपमेंट सेंटर, अस्पताल, खेल सुविधा, एनआरआई भवन, करियर गाइडेंस सेंटर और सामुदायिक न्यायालय बनाने के भी प्लान तैयार किया गया है।
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