Gwalior : कोरोना का प्रकोप बच्चों की तुलना में युवाओं पर अधिक
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर ऐसी घोषणाएं की गई थीं कि इसका सबसे अधिक प्रकोप बच्चों पर रहने वाला हैं। इसको लेकर प्रशासन व अस्पतालों ने तैयारी भी शुरू कर दी थी, लेकिन जो कायस लगाए गए थे। उससे अभी उल्टा ही साबित हुआ है। कोरोना की तीसरी लहर बच्चों की तुलना में युवा अधिक संक्रमित हो रहे हैं। यानि की 19 से 50 आयुवर्ग के लोग कोरोना की चपेट में अधिक आ रहे हैं, तीसरी लहर में 18 दिन में 6023 मरीज संक्रमित निकल चुके हैं। इनमें से 4193 मरीज युवा संक्रमित निकले हैं । इसी आंकड़े को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकतो है कि युवा वर्ग के लिए कोविड की तीसरी लहर भी खतरनाक है। इस आयु वर्ग के संक्रमित होने की एक प्रमुख वजह जॉब भी है रोजी-रोटी की खातिर लोगों को बाहार जाना पड़ता है। इसके कारण वह संक्रमण के चपेट में आ रहे हैं।
दूसरी लहर में 60 फीसदी रहा था प्रकोप :
कोरोना की तीनों लहर की बात की जाए तो पहली लहर में 60 वर्ष से अधिक बुजुर्गों एवं दूसरी लहर युवाओं के लिए अधिक घातक साबित हुई थी। दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर में भी युवा ही अधिक संक्रमित हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर राहत की खबर यह है इस आयुवर्ग में इम्यूनिटी पावर अधिक होने के कारण यह लगातार ठीक भी हो रहे हैं। दूसरी ओर अस्पतालों में 50 से भी कम अभी भर्ती हैं।
आयु वर्ग पर कोविड के संक्रमण पर एक नजर :
0-18 वर्ष के 463 संक्रमित
19-50 वर्ष के 4193 संक्रमित
50 से अधिक उम्र के 1367 संक्रमित
बिना भर्ती किए स्वस्थ्य हो रहे मरीज :
जीआर मेडिकल कालेज के प्रोफेसर व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय गौर का कहना है तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक बताई जा रही थी। बच्चे संक्रमित तो हो रहे हैं, लेकिन इनमें से किसी भी बच्चे को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ी।
572 निकले संक्रमित, 580 हुए स्वस्थ :
स्वास्थ विभाग द्वारा गुरूवार को 3602 कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच की गई। इसमें 572 को कोरोना होने की पुष्टि हुई है। वहीं 580 मरीज स्वस्थ हुए हैं। जिले में एक्टिव केस मरीजों की संख्या 4265 पर पहुंच गई है।
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