Gwalior : घबराएं नहीं तीन-चार दिन में ठीक हो रहे कोरोना मरीज
ग्वालियर, मध्यप्रदेश। घबराएं नहीं तीन से चार दिन में कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो रहे हैं। जो मरीज पहले से अन्य बीमारियों से गस्त हैं, सिर्फ उन्हीं को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ रही है। यह कहना है टीबी एंड चेस्ट के विशेषज्ञ डॉ. उज्जवल शर्मा का। उन्होंने आगे बताया कि फिर भी कोविड की पहली और दूसरी लहर को देखते हुए उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कोविड नियमों का पालन करें और वैक्सीनेशन अवश्य कराएं।
जिले में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। वर्तमान में एक्टिव केस मरीजों की संख्या 32 है, लेकिन जयारोग्य अस्पताल के टीवी वार्ड में सिर्फ दो मरीज भर्ती हैं। यह दोनों मरीज कोविड के साथ-साथ अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त हैं। इसलिए इन्हें अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आई। कोविड संक्रमित 30 घर पर होम आइसोलेट रहकर ही उपचार ले रहे हैं। टीबी एंड चेस्ट के विशेषज्ञ डॉ. उज्जवल शर्मा ने बताया कि चौथी लहर भी तीसरी लहर की तरह है। इसमें भी मरीज घर पर तीन से चार दिन की दवा लेकर स्वस्थ्य हो रहे हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ रही। डॉ. शर्मा ने बताया कि सिर्फ ऐसे मरीजों को ही भर्ती करने की आवश्यकता पड़ रही हैं। जो पहले से अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं। इसलिए किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि कोविड की पहली और दूसरी लहर को देखते हुए सभी को कोविड नियमों का पालन करना चाहिए।
किस दिन कितनी हुईं जांच, मिले संक्रमित :
25 अप्रैल को 47 सेम्पल में 1 संक्रमित मिला
26 अप्रैल को 36 सेम्पल में 01 संक्रमित मिला
27 अप्रैल को 23 सेम्पल में 06 संक्रमित मिले
28 अप्रैल को 226 सेम्पल में 04 संक्रमित मिले
29 अप्रैल को 403 सेम्पल में 11 संक्रमित मिले
30 अप्रैल को 493 सेम्पल में 04 संक्रमित मिले
01 मई 341 सेम्पल में 02 संक्रमित मिले
02 मई 69 सेम्पल में 06 संक्रमित मिले
03 मई 343 सेम्पल में 02 संक्रमित मिले
04 मई 157 सेम्पल में 04 संक्रमित मिले
कब से कब तक चली लहर :
पहली लहर मार्च 2020 में आई थी और यह लहर फरवरी 2021 तक चली।
दूसरी लहर की शुरुआत 26 मार्च 2021 से मानी जाती है। यह नवम्बर तक चली।
तीसरी लहर की शुरुआत एक जनवरी 2022 से हुई थी।
इस तरह कर सकते हैं कोविड से अपना बचाव :
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
अनावश्यक रूप से यात्रा न करें।
वैक्सीनेशन अवश्य कराएं।
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करें।
बूस्टर डोज की तिथि आ गई है तो उसे लें।
लक्षण दिखने पर तत्काल कोविड की जांच कराएं।
इनका कहना है :
कोविड से घबराना नहीं हैं, जरूर है वह समय पर उपचार। इस बार जो संक्रमित मरीज मिल रहे हैं उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता नहीं पड़ रही। जो पहले से बीमार हैं और कोविड हो गया है, उन्हें ही अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है।
डॉ. उज्जवल शर्मा, टीबी एंड चेस्ट के विशेषज्ञ
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