सृजन घोटाला मामले में स्वयंसेवी संस्था का कर्मचारी गिरफ्तार
सृजन घोटाला मामले में स्वयंसेवी संस्था का कर्मचारी गिरफ्तारसांकेतिक चित्र

Bihar : सृजन घोटाला मामले में स्वयंसेवी संस्था का कर्मचारी गिरफ्तार

भागलपुर, बिहार : केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में आरोपित स्वयंसेवी संस्था के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।

भागलपुर, बिहार। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले में आरोपित स्वयंसेवी संस्था के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को यहां बताया कि पटना से आई सीबीआई की टीम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए जिले के सबौर प्रखंड के शांतिनगर क्षेत्र में गुरुवार को आरोपी संस्था सृजन महिला विकास सहयोग समिति के सम्नवयक उमेश सिंह के आवास पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गई। इस घोटाले में शामिल उमेश सिंह भी सीबीआइ के रडार पर थे।

सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम उमेश सिंह को लेकर सदर अस्पताल पहुंची जहां उनका स्वास्थ्य जांच हुई। तत्पश्चात सीबीआई की टीम उमेश सिंह को लेकर पटना के लिए रवाना हो गयी।

सूत्रों ने बताया कि मामले में जांच एजेंसी सीबीआई लंबे समय से कार्रवाई कर रही है। जांच के दौरान अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक भी शामिल हैं। विगत वर्ष ही सीबीआई ने डीआरडीए के निलंबित लिपिक अरुण कुमार को भागलपुर से गिरफ्तार किया था। डीआरडीए के खाते से हुए घोटाले में सीबीआई को लिपिक की संलिप्तता मिली थी जिसके बाद तिलकामांझी इलाके से उसकी गिरफ्तारी की गयी थी।

सूत्रों ने बताया कि भागलपुर के अलावे पश्चिम बंगाल से भी सीबीआई ने इस मामले में गिरफ्तारी की थी। जिसमें में तत्कालीन बैंक प्रबंधकों की गिरफ्तारी भी शामिल थी। शंकर दास और अर्जुन दास सीबीआई के रडार पर थे और दोनों कोगिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। मामले के कई आरोपित इस समय फरार भी चल रहे हैं। घोटाले में ईडी भी अपने स्तर से जांच कर रही है।

उल्लेखनीय है कि करोड़ों रुपए के सृजन घोटाले की मुख्य अभियुक्त सृजन महिला विकास सहयोग समिति की संस्थापक स्व. मनोरमा देवी के पुत्र अमित कुमार एवं पुत्रवधू रजनी प्रिया लंबे समय से फरार हैं और सीबीआई दोनों की खोज कई वर्षों से कर रही है। लेकिन अबतक दोनों का कोई अता-पता नहीं चल सका है। दोनों इस घोटाला के उजागर होने के समय से ही फरार चल रहे है। अमित कुमार की पत्नी रजनी प्रिया को मनोरमा देवी की मौत के बाद सृजन समिति का सचिव बनाया गया था। इसके बाद वर्ष 2017 में इस बहुचर्चित घोटाले का खुलासा हुआ था।

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