अंधे कत्ल में पत्नी उसके प्रेमी सहित पांच गिरफ्तार
अंधे कत्ल में पत्नी उसके प्रेमी सहित पांच गिरफ्तारसांकेतिक चित्र

Indore : अंधे कत्ल में पत्नी और उसके प्रेमी सहित पांच गिरफ्तार

अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में पुलिस ने CCTV फुटेज और बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर का सहारा लिया और सफलता मिल गई। पुलिस ने अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर पत्नी, उसके प्रेमी सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया।

इंदौर, मध्यप्रदेश। जिससे प्यार किया उससे ही लव मैरिज की, जी जान से चाहा इसके बाद भी पत्नी ने बेवफाई करते हुए किसी और से संबंध बना लिए। इसका पता लगते ही गुस्साए पति ने पत्नी के प्रेमी को देवास जाकर धमकाया। इसके बाद तो पत्नी के प्रेमी ने षड्यंत्र रचकर पति की ही हत्या कर दी। पुलिस के सामने चुनौती बने इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर का सहारा लिया और सफलता मिल गई। पुलिस ने इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर पत्नी, उसके प्रेमी सहित पांच आरोपियों को बंदी बना लिया है।

कब हुई थी हत्या :

गत बुधवार को पोलोग्राउण्ड विद्युत मंडल के सामने रोड पर दो अज्ञात मोटर साईकिल सवार बदमाशों ने आकाश मिडकिया पिता यशवंत मिडकिया, निवासी वाल्मिकी नगर की आंखों में मिर्ची झोंककर चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी। बाणगंगा पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरु की।

छानबीन के लिए पुलिस टीमों द्वारा आकाश मिडकिया के घर वाल्मिकी नगर एवं घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज चैक किये गये। जिनमें मृतक के घर एवं घटना स्थल पर रैकी करते हुए हीरो डीलक्स मो.सा. पर पीली व काले रंग की शर्ट पहने हुए दो संदेही दिखाई दिये। उक्त दोनों सदेही पोलोग्राउंड विद्युत मंडल के सामने आकाश मिडकिया की हत्या कर फरार हो गये थे। पुलिस द्वारा संदेहियों की तलाश के लिए सीसीटीवी कैमरों को चैक करते करीबन 90 कि.मी. का रुट ट्रैक किया एवं ट्रैक पर करीबन 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे एवं 50 से अधिक लोगों से प्रकरण में पूछताछ की गई। सीसीटीवी फुटेज में संदेही इंदौर से ग्रामीण क्षेत्र के रास्ते से चिंतामन जवासिया उज्जैन पहुंचते दिखे।

बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर से हुई पहचान :

उज्जैन के कंट्रोल रुम स्मार्ट सिटी के सीसीटीवी फुटेज में चेक करने मो.सा. का रजिस्ट्रेशन नंबर मिला। उक्त नंबर के रजिस्टर्ड पते के आधार पर उज्जैन जिले के आधा दर्जन गांवों में जाकर सीडी डीलक्स मोटर साइकिलों की तस्दीक की गई। पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज, संदेही मनीष शर्मा से पूछताछ एवं अन्य तथ्यों के आधार पर आकाश मिडकिया के अंधे कत्ल के षड्यंत्र का पर्दाफाश कर षड्यंत्र में शामिल पांच आरोपीयों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के नाम मनीष शर्मा पिता रामेश्वर लाल शर्मा, नर्सिंग हेड (मैनेजर) अमलतास अस्पताल, जीतू उर्फ जितेन्द्र पिता लीलाधर वर्मा (हाउसकिपिंग इंचार्ज) निवासी ग्राम जामगोद, अर्जुन मंडलोई पिता मनोहर मंडलोई, ग्राम अमल्या पिपलिया, अंकित उर्फ बिट्टू पिता चंदरसिंह पंवार, उज्जैन एवं वर्तिका पति आकाश मिडकिया, वाल्मिकी नगर, को पकड़ा गया।

मैनेजर से बनाए अंतरंग संबंध :

आकाश मिडकिया व वर्तिका श्रीवास्तव दोनों उज्जैन में रहते थे एवं प्राईमरी स्कूल में दोनों साथ में पढ़ाई करते थे। आकाश व वर्तिका ने करीब डेढ़ साल पहले लव मैरिज की थी। उज्जैन में आकाश के ऊपर कर्जा होने के कारण आकाश अपने परिवार के साथ इन्दौर शिफ्ट हो गया था। आकाश विजयनगर की टेलीपरफॉर्मर कंपनी में काम (वर्क फ्राम होम) करता था एवं उसकी पत्नि वर्तिका अमलतास अस्पताल देवास में एचआर मैनेजर के पद पर काम करती थी। इसी अस्पताल के मैनेजर (नर्सिंग हेड) मनीष शर्मा से वर्तिका के अंतरंग संबंध होने की बात सामने आई। दोनों के उक्त संबंधों की जानकारी वर्तिका के पति आकाश मिडकिया को मिलने पर आकाश द्वारा वर्तिका से झगड़ा किया और आकाश द्वारा देवास जाकर मनीष शर्मा को धमकी भी दी गयी थी। इसी के चलते मनीष शर्मा और वर्तिका दोनों परेशान थे।

इस तरह दिया वारदात को अंजाम :

आकाश को रास्ते से हटाने के लिये मनीष शर्मा द्वारा अस्पताल में हाउस कीपींग इंचार्ज जीतू वर्मा के साथ मिलकर आकाश की हत्या का षड्यंत्र रचा। हत्या के लिए मनीष द्वारा अपने बाउंसर अर्जुन मंडलोई और उसके दोस्त अंकित उर्फ बिट्टू पंवार को तैयार कर हत्या की प्लानिंग कर ली। षड्यंत्र के मुताबिक मनीष शर्मा हत्या के कुछ दिन पहले ही राजस्थान चला गया एवं आकाश मिडकिया की हत्या के लिये जीतू वर्मा द्वारा अर्जुन मंडलोई और अंकित उर्फ बिट्टू को मोटरसाईकिल एवं मोबाईल फोन उपलब्ध कराया। आकाश मिडकिया रोजाना सुबह 7 बजे अपनी पत्नि वर्तिका को अस्पताल जाने के लिये एलआईजी चौराहे पर छोड़कर आता था। अर्जुन व अंकित द्वारा वर्तिका के बताए अनुसार दो तीन बार आकाश व वर्तिका की एक्टिवा का पीछा कर घर एवं रुट देख कर हत्या का स्थान निश्चित किया। तय योजना अनुसार अर्जुन व अंकित दोनों मोटरसाईकिल से मंगलवार को रात्री में 1:00 बजे इन्दौर पहुंचे। वे सुबह 6 बजे तक इन्दौर रेल्वे स्टेशन पर रुके रहे। बुधवार 13 अक्टूबर को सुबह साढ़े छ: बजे आकाश के घर के सामने गार्डन के पास जाकर खड़े हो गये। सुबह 7:00 बजे आकाश जब वर्तिका को छोड़ने एक्टिवा से निकला और वर्तिका को बस में बैठाकर वापस घर आ रहा था तब अर्जुन व अंकित द्वारा पोलोग्राउण्ड विद्युत मंडल के सामने आकाश मिडकिया को गाड़ी अड़ाकर रोका और आकाश की आँखों में लाल मिर्ची डालने के बाद चाकू मारने लगे। षड्यंत्र के मुताबिक आरोपियों द्वारा पुलिस को गुमराह करने के लिये चाकू मारने के दौरान आकाश से कहा कि भैया के पैसे लौटा देना। आकाश की हत्या करने के बाद आरोपी पुलिस को गुमराह करने के लिये इन्दौर ग्रामीण क्षेत्र के रास्ते से फरार हो गए। बाद में मोटरसाईकिल एवं मोबाईल फोन जीतू वर्मा को सुपुर्द किया एवं मनीष शर्मा को फोन पर आकाश की हत्या की खबर दी। आरोपी अर्जुन मंडलोई ने अपनी पहचान छिपाने के लिए अपने सिर व दाढ़ी के बाल कटवाकर मुण्डन करा लिया।

इनकी रही सराहनीय भूमिका :

अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने मेंं सीएसपी निहित उपाध्याय, बाणगंगा टीआई राजेन्द्र सोनी एवं उनकी टीम के सब इंस्पेक्टर स्वराज डाबी, योगेश गरासिया, आलोक मिठास, शैलेन्द्र मीणा, राजीव यादव, राजकुमार चौबे, रविन्द्र रघुवंशी, हीरामणि मिश्रा, प्रदीप शर्मा, राहुल यादव की उल्लेखनीय भूमिका रही। देवास के बीएनपी थाना प्रभारी मुकेश इजारदार एवं एएसआई मनोज पटेल द्वारा भी महत्वपूर्ण सहयोग किया गया।

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