इंदौर : मेमोरी बढ़ाने की दवा बता लगाते थे नशे की लत
इंदौर, मध्य प्रदेश। शहर के युवाओं को नशे की लत लगाने के लिए एमडीएमए जैसी खतरनाक ड्रग को तस्कर मेमोरी बढ़ाने की हर्बल दवा बताते थे। पुलिस अब इनकी प्रॉपर्टी और बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है। क्राइम ब्रांच ने विभिन्य विभागों से संपर्क किया है।
आइजी हरिनाराणाचारी मिश्र के मुताबिक 70 करोड़ की एमडीएमए ड्रग के साथ पकड़ाए आरोपी वेदप्रकाश पिता बिहारीलाल व्यास नि. हैदराबाद, दिनेश पिता नारायणअग्रवाल नि. महालक्ष्मीनगर, अक्षय उर्फ चीकू पिता दिनेश अग्रवाल नि. होराईजन सिटी निपानिया, चिमन पिता मदनलाल अग्रवाल निवासी प्रेम कॉलोनी मंदसौर और मांगी वैंकटेश को 13 जनवरी तक रिमांड पर लिया है। आरोपियों ने कईं वर्षों से एमडीएमए की सप्लाई करना कबूला है। पुलिस इनकी प्रॉपर्टी और बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है। इन लोगों ने ड्रग की कमाई से जो भी संपत्ति अर्जित की है उसे भी राजसात करने की कार्रवाई होगी।
अन्य एजेंसियां करेंगी पूछताछ :
पुलिस ने आरोपियों से अभी तक 8 मोबाइल जब्त किए हैं। तकनीकी एक्सपर्ट टीम मोबाइल की जांच कर रही है। वॉट्सएप और ईमेल की भी छानबीन की जा रही है। जो डेटा डिलिट किया उसको रिकवर किया जाएगा। पुलिस आरोपितों को मंदसौर और हैदराबाद भी लेकर जाएगी। उधर इंदौर पुलिस की सूचना पर अन्य जांच एजेंसियां भी अलर्ट हो गई है। आरोपितों से एसटीएफ,एटीएस, एनसीबी सहित अन्य एजेंसी पूछताछ करने पहुंच रही है। आईजी द्वारा जानकारी देने के बाद हैदराबाद पुलिस ने वेदप्रकाश व्यास की फार्मा फेक्टरी में छापा मारा लेकिन वहां कुछ भी नहीं मिला। डीआईजी के अनुसार हो सकता है आरोपी ने कंपनी नाम के लिए खोली हो और उसकी आड़ में तस्करी करता था। इसकी जांच की जा रही है।
रिमांड के दौरान ड्रग्स के लाने का क्या सोर्स है। तस्करों के पूर्व के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी संबंधित पुलिस थानों से मांगी गई है। वहीं जप्त नगदी के लिए आयकर विभाग को भी सूचित किया गया है। नगदी राशि कहां से प्राप्त की गई अथवा किन हवाला के लोगों की इसमें संलिप्तता है इन सब बिंदुओं पर पूछताछ जारी है।
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