राज एक्सप्रेस। केंद्र सरकार किसानों को यह मागदर्शन करेगी कि, किस मौसम में वह, कौन सी फसल लगाएं अथवा किस चीज का उत्पादन करें। ऐसा इसलिए करना चाहती है, क्योंकि किसान मौसम का मिजाज समझे बगैर पारंपरिक खेती कर लेते हैं, जिसका बाद उन्हें बाढ़, सुखा, अतिवृष्टि या ओलावृष्टि के कारण खामियाजा भुगतना पड़ता है।
नरेंद्र मोदी ने किया है किसानों का मार्गदर्शन :
कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषणों में कहा है कि, मौसम के अनुकूल फसल बोने से अच्छे उत्पादन होते हैं। उन्होंने वैज्ञानिक तौर-तरीके पर बल देते हुए यह भी कहा कि, कब-क्या उत्पादन किए जाएं, किसानों को इसका मार्गदर्शन किया जाना जरूरी है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना :
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि, सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। उनका यह भी मानना है कि, फसल लगाने के मामले में किसानों को देखा-देखी भी नहीं करनी चाहिए। जैसे किसी मौसम किसान अगर टमाटर की फसल लगा रहे हैं, तो सभी किसानों को टमाटर ही नहीं उपजाना चाहिए। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि, टमाटर, प्याज, फल या कोई सब्जी किसी मौसम में इतनी उपज हुई कि उसे मंडियों ने भी लेने से इंकार कर दिया। बाद में किसानों को उसे फेंकना या नष्ट करना पड़ा।
श्री तोमर ने कहा कि, किसानों को फसल की बाढ़ भी नहीं लगानी चाहिए। उन्होंने बताया कि, हाल ही में नीति आयोग की इस बावत बैठक हुई, जिसमें विभिन्न राज्यों से यह सुझाव मांगा गया था कि किसान कब क्या उपजाएं।
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