आर्मी चीफ जनरल का पाकिस्तान और चीन के खतरे को लेकर बड़ा बयान
दिल्ली, भारत। सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने आज 12 जनवरी को भारतीय सेना की वार्षिक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, पिछला साल काफी चुनौतियों से भरा था और इसका सामना करते हुए हम आगे बढ़े हैं। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान और चीन के खतरे को लेकर भी ये बड़ा बयान दिया है।
पाकिस्तान और चीन की साठगांठ हमारे लिए चुनौती :
आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे नें अपने सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि, “पाकिस्तान और चीन की साठगांठ हमारे लिए चुनौती है। चीन और पाकिस्तान मिलकर भारत के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करते हैं और टकराव की आशंका को दूर नहीं किया जा सकता है। हमने उत्तरी बॉर्डर पर और लद्दाख में उच्च स्तर की तैयारी की है और किसी भी चुनौती से निपटने को तैयार हैं।”
पाकिस्तान की तरफ से लगातार आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है, लेकिन हम आतकंवाद के लिए जीरो-टॉलरेंस रखते हैं।
आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
आगे उन्होंने साफ संदेश देते हुए कहा कि, सही समय आने पर हम इसके खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे। भारत और चीन के बीच वार्ता का उपयोग आपसी और समान सुरक्षा के आधार पर मुद्दों की चर्चा के लिए किया जाएगा। मुझे विश्वास है कि, हम इस मुद्दे को हल करने में सक्षम होंगे।
आर्मी चीफ जनरल ने बताया- हमें सरकार से निर्देश मिले हैं कि जो स्थिति है हम उस पर डंटे रहेंगे। अलग-अलग स्तर पर जो बातचीत चल रही है, उसके जरिए हम आपसी और समान सुरक्षा के आधार पर जो भी समझौता करना है करेंगे। मुझे विश्वास है कि इस बातचीत के जरिए हम अपने लक्ष्य को हासिल कर पाएंगे।
नॉर्थईस्ट की स्थिति में एक दो सालों में सुधार :
इस दौरान सेना प्रमुख ने अपने संबोधन में मिजोरम को लेकर कहा कि, ''मिजोरम में कोई हिंसा नहीं हुई थी, मणिपुर में एक यह दो ग्रुप हैं जो हिंसा में शामिल हैं। वहीं असम में शांति है। इस तरह नॉर्थईस्ट की स्थिति में एक दो सालों में सुधार आया है।''
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