राज एक्सप्रेस। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए देश व्यापी लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ के ऐसे मजदूर जो अन्य राज्यों में हैं, उन्हें छत्तीसगढ़ लाने का निर्णय राज्य शासन ने लिया है। इसके तहत बड़ी संख्या में राज्य के बाहर के मजदूर छत्तीसगढ़ वापस आ रहे हैं। नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए ग्राम स्तर पर इनके लिए आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए हैं। इसके बाद भी कोरोना संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार बिहार से मजदूरी कर छत्तीसगढ़ के कोंडागांव लौटे पचास मजदूरों के रैपिड टेस्ट में एक महिला के कोरोना पॉजिटिव पायी गयी है। इस संबंध में कलेक्टर नीलकंठ नेटाम ने आज बताया कि बिहार राज्य से मजदूरी कर लौटे 50 लोगों का कल रैपिड टेस्ट किया गया, जिसमें एक महिला की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। उन्होंने बताया कि मर्दापाल के कोरमेल गांव में मिली पॉजीटिव महिला को मेडिकल कॉलेज जगदलपुर भेजा जा रहा है, जहां कोरोना टेस्ट किया जायेगा। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। सभी मजदूरों को क्वारेंटाइन में रखा गया है। कलेक्टर नेटाम ने बताया कि इलाके में स्वास्थ्य अमला रवाना किया गया है।
छत्तीसगढ़ के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने सभी जिलों के कलेक्टर एवं जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए ग्राम स्तर पर क्वारेंटाइन सेंटर हेतु भवनों को चिन्हांकन करने के निर्देश दिए गए हैं। चिन्हांकित भवनों में क्वारेंटाइन होने वाले मजदूरों की संख्या के अनुरूप मूलभूत सुविधाओं और आवश्यकताओं का आंकलन कर व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।
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