इंदौर : फर्जी नाम से फर्म खोलकर बैंक के साथ 9.32 लाख की धोखाधड़ी

इंदौर, मध्य प्रदेश : फर्जी नाम से फर्म खोलकर बैंक के साथ लाखों की धोखाधड़ी करने वाली गैंग के दो सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है।
फर्जी नाम से फर्म खोलकर बैंक के साथ 9.32 लाख की धोखाधड़ी
फर्जी नाम से फर्म खोलकर बैंक के साथ 9.32 लाख की धोखाधड़ीSocial Media

इंदौर, मध्य प्रदेश। फर्जी नाम से फर्म खोलकर बैंक के साथ लाखों की धोखाधड़ी करने वाली गैंग के दो सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ में कुछ अन्य आरोपियों के नाम सामने आए हैं। ये मामला उस वक्त उजागर हुआ जब बैंक मैनेजर 9.32 लाख रुपए की धोखाधड़ी की शिकायत लेकर पुलिस की शरण में पहुंचा।

आई डी बी आई बैंक शाखा नंदलालपुरा के शाखा प्रबंधक राजेश कुमार बोरीवाल ने थाना एम जी रोड पर रिपोर्ट की कि बैक के चालू खाता क्र 0529102000019169 ; मे .विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रो सागर पाटीदार द्वारा आई डी बी आई बैंक शाखा नंदलालपूरा ;पीपली बाजार जवाहर मार्ग के साथ धोखाधड़ी कर बैंक के साथ 9,32,700 रुपए की धोखाधड़ी की गई है। एमजी रोड पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी। पुलिस के साथ ही मामला क्राइम ब्रांच को भी सौंपा गया। क्राइम ब्रांच ने जांच पड़ताल कर इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है।

षडयंत्र बनाकर दिया वारदात को अंजाम :

आरोपियों द्वारा सुनियोजित रूप से योजना बना कर बैक के साथ धोखाधड़ी करने हेतु पंचम की फेल स्थित विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स संचालक सागर पाटीदार के नाम का फर्जी गुमाश्ता लाईसेंस बनवाया। उक्त लाईसेंस बनने के उपरांत आरोपीगणों द्वारा सुनियोजित रूप से आईडीबीआई बैंक शाखा नंदलालपुरा पीपली बाजार में विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोप्राईटर के नाम से खाता धारक सागर पाटीदार पता 318,पंचम की फेल आर एस भण्डारी मार्ग, मालवा मिल रोड, इंदौर के नाम से खाता खुलवाया गया ।

इस चालू खाते में आईडीबीआई बैंक द्वारा सागर पाटीदार प्रो. विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स के आवेदन पर पॉइंट ऑफ सेल्स मशीन पीओएस मशीन, मेसर्स विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स पता 318, पंचम की फेल आर एस भण्डारी मार्ग, मालवा मिल रोड, इंदौर पर उपयोग के लिए प्रदान की गयी। उपरोक्त चालू खाते में पॉइंट ऑफ सेल्स मशीन के माध्यम से कार्ड द्वारा 10 फरवरी 2020 को 3,79,236,11 फरवरी को 2,20,088 एवं 12 फरवरी 2020 को 3,13,014 इस तरह से कुल 9,12,339 रुपए चालू खाते में जमा हुआ।

इस प्रकार कार्ड स्वाइप के माध्यम से जमा की गयी राशि को 10 फरवरी को 3,40,000,11 फरवरी को 2,40,000,12 फरवरी को 3,00,000 रुपए ;सभी कैश पेमेंट द्वारा एवं चालू खाते के एटीएम द्वारा 12 फरवरी को 30,200 रुपए . की नगद निकासी सागर पाटीदार व साथियों द्वारा की गयी। इस तरह गिरोह के द्वारा बैक खाते से कुल राशि 9,10,200 रुपए निकाले गए। इस राशि के निकालने के बाद खाते में बैलेन्स शून्य हो गया।

सभी आरोपियों ने मिलकर किया लेनदेन :

उपरोक्त चालू खाते में 10 फरवरी से 12 फरवरी तक पॉइंट ऑफ सेल्स पीओएस कार्ड मशीन द्वारा जमा हुई राशि के विरुद्ध मेसर्स विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स के जिन ग्राहकों द्वारा कार्ड स्वाइप कर भुगतान किया गया था वह सभी परस्पर संगनमत होकर आर्थिक धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का हिस्सा थे। जिनमे ग्राहक के रूप मे आरोपी अविनाश तलवानिया पिता सुनील तलवानिया निवासी पंचम की फेल द्वारा तीन क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन किया गया तथा आरोपी सुमित मूंदडा पिता प्रहलाद मूंदडा निवासी चिकित्सक नगर द्वारा अपने 6 विभिन्न बैंक के क्रेडिट कार्ड द्वारा विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स नामक फर्म से ट्रांजेक्शन करना बताया।

आरोपी खुद फरियादी बनकर पहुंचे बैंक के पास :

आरोपियों व्दारा स्वयं फरियादी बनते हुए अपने अपने बैंक मे डिस्पीयुट फार्म प्रस्तुत कर दावा किया गया कि उनके द्वारा जिन वस्तुओं के लिये विशाल इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान से सामान खरीदा गया था उक्त सामग्री उन्हे प्राप्त नहीं हुई है अत: उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट उन्हें पुन: लौटायी जाए। बैंक द्वारा इस स्थिति में विशाल इलेक्ट्रानिक्स के प्रोप्राईटर सागर पाटीदार से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो यह पाया गया कि उक्त दुकान सागर पाटीदार नामक व्यक्ति की न हो कर विशाल जोनवाल की है। इस स्थिति मे आई डी बी आई बैंक द्वारा आर बी आई के नियमों का पालन करते हुए क्रेड़िट कार्ड धारकों को रूपये 9,32,700 रूपये लौटाये गये इस प्रकार बैक को रूपये 9,32,700 रुपए की सदोष हानि हुई है।

ये बात भी सामने आई :

जांच मे पाया गया कि आरोपियों द्वारा विशाल इलेक्ट्रानिक्स का फर्जी गुमास्ता लाईसेंस बनवाया गया। असत्य दस्तावेजों के आधार पर आई डी बी आई बैक में खाता खुलवाया गया जिससे संबंधित मशीन भी प्राप्त कर ली गई तथा स्वयं के विभिन्न क्रेडिट कार्ड से उपरोक्त मशीन मे ट्रांजेक्शन कर कुल राशि 9,10,200 रुपए. जमा करवायी गयी। सभी आरोपियों की मिली भगत से उपरोक्त राशि को आहरित कर बैंक में विशाल इलेक्ट्रानिक्स द्वारा सर्विस ना दिये जाने संबंधी डिस्पीयुट फार्म भर कर अपनी राशि पुन: प्रदान किये जाने हेतु आवेदन किया। बैंक द्वारा सागर पाटीदार जिसके नाम पर मशीन से लिंक किया हुआ बैक खाता था उससे संपर्क करने का प्रयास किया तो वह फरार पाया गया जब कि उक्त दुकान का प्रोप्राईटर विशाल जोनवाल नामक व्यक्ति की होना पायी गयी जिसके कारण बैक को रूपये 9,32,700 रुपए लौटाने पड़े इस प्रकार बैंक के साथ धोखाधड़ी सामने आई।

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