शहर में अशुद्ध पेयजल के मामला
शहर में अशुद्ध पेयजल के मामलाRaj Express

शहर में अशुद्ध पेयजल के मामले में विधायक की कलेक्टर से चर्चा होने के बाद प्रशासन हरकत में आया

नागदा जंक्शन, मध्यप्रदेश। 7 माह से गाद सफाई नहीं व स्टुमेंट नहीं बदलने के मामले में प्रभारी इंजीनियर को अंतिम नोटिस जारी करने के दिये निर्देश।

नागदा जंक्शन, मध्यप्रदेश। शहर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल आवर्धन योजना के तहत 22 करोड़ से अधिक की राशि नपा मद से खर्च करने पर नपा अधिकारियों की लापरवाही के चलते शहर को भीषण गर्मी के मौसम में भी अशुद्ध पेयजल सप्लाई किये जाने के मामले में विधायक गुर्जर ने कलेक्टर से मामले की जांच कराकर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की। कलेक्टर ने जांच का आश्वासन दिया। चर्चा के बाद प्रशासन हरकत में आया। प्लांट का निरीक्षण कर प्रभारी इंजीनियर के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

शहर को शुद्ध पेयजल सप्लाई करने के लिए लगभग 22 करोड़ से अधिक जल आवर्धन योजना के तहत आधुनिक फिल्टर प्लांट बनाया गया। इसके बाद लगभग 10 करोड़ रूपये और शहर में समवेल व टंकियों पर खर्च किये गये। नपा अधिकारियों की लापरवाही के चलते आधुनिक प्लांट के स्टुमेंट नहीं बदलने के कारण शहर को भीषण गर्मी में अशुद्ध पेयजल पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। लगभग एक माह से मामले ने तूल पकड़ रखा है। नपा अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। सत्तापक्ष के नेता भी मामले में चुप्पी साधे बैठे हैं। विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर से चर्चा कर बताया की जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ो रूपये शुद्ध पेयजल के लिए नपा द्वारा खर्च किये गये। नपा अधिकारियों द्वारा फिल्टर प्लांट की सही देखरेख नहीं करने व समय पर स्टुमेंट नहीं बदलने के कारण मटमेला व अशुद्ध पेयजल शहर में सप्लाई किया जा रहा है। भीषण गर्मी के चलते इससे लोगो को कई बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है। कई बार नपा अधिकारियों से चर्चा कर पेयजल में सुधार करने की बात कही गई इसके बाद भी अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शहर में लगभग 17 हजार से अधिक कनेक्शन है। प्रतिमाह 15 लाख 64 हजार रूपये पेयजल के नपा द्वारा वसूले जाने के बाद भी शहर की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विधायक ने कलेक्टर से मामले की जांच कराकर नपा के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा की प्रशासन यदि कोई कार्यवाही नहीं करता है तो मामले को विधानसभा में उठाकर कार्यवाही करवाई जाएगी।

नपा अधिकारियों को नपा प्रशासक ने लगाई लताड़ :

कलेक्टर से विधायक की चर्चा होने के बाद नपा प्रशासन हरकत में आया। प्रशासक आशुतोष गोस्वामी ने नपा टीम के साथ फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया। इसमें नपा के अधिकारियों की लापरवाही सामने आई। हर तीन माह में फिल्टर प्लांट की गाद साफ करना होती है। पिछले 7 माह से गाद साफ नहीं करने का मामला सामने आया। इसके कारण मटमेला पानी सप्लाई किया जा रहा था। नपा अधिकारियों को प्रशासक गोस्वामी ने लताड़ लगाते हुए प्लांट के इंचार्ज इंजी. जितेंद्र पटेल को मामले में दोषी ठहराते हुए अंतिम नोटिस देने के साथ 7 दिन में व्यवस्था सुधारने व जल्द ही फिल्टर प्लांट के खराब स्टुमेंट के निर्देश दिये हैं।

इनका कहना :

फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया गया। इसमें 7 माह से गाद सफाई नहीं करने का मामला सामने आया है। प्लांट प्रभारी इंजी. जितेंद्र पटेल को अंतिम नोटिस दिया जाएगा। समय पर गाद सफाई करने व खराब स्टुमेंट बदलने के भी निर्देश दिये गये है। 7 दिन में व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये गये हैं।

आशुतोष गोस्वामी, प्रशासक, नपा

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