कलेक्टर को ज्ञापन सौपते एसोसिएशन के सदस्य
कलेक्टर को ज्ञापन सौपते एसोसिएशन के सदस्यSitaram Patel

Anuppur : मेडिकल लैब टेक एसोसिएशन 17 सूत्रीय मांगों को लेकर करेंगे चरणबद्ध आन्दोलन

अनूपपुर, मध्यप्रदेश। समस्त मेडिकल लैब टेक एसोसिएशन के द्वारा अपने 17 सूत्रीय मांगों से सम्बंधित चरणबद्ध आन्दोलन में शामिल होने की सूचना कलेक्टर सहित स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन के माध्यम से दी है।

अनूपपुर, मध्यप्रदेश। समस्त मेडिकल लैब टेक एसोसिएशन (हेल्थ सर्विसेस) के द्वारा अपने 17 सूत्रीय मांगों से सम्बंधित चरणबद्ध आन्दोलन में शामिल होने की सूचना कलेक्टर सहित स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन के माध्यम से दी है। 17 सूत्रीय मांगों को लेकर चरणबद्ध आन्दोलन शुरू किया गया है, प्रदेश स्तरीय संगठन के आह्वान पर एसोसिएशन की शाखा अनूपपुर के समस्त लैब टेक्नीशियन इस आन्दोलन में सक्रिय रूप से शामिल होकर 26 नवंबर को प्रदेश स्तर पर उच्च अधिकारियों को मांगों के सन्दर्भ में ज्ञापन, 29 नवंबर को जिला स्तर के जनप्रतिनिधि, कलेक्टर एवं सीएमएचओ को ज्ञापन देना, 3 दिसंबर को एक दिन का जिला स्तर पर धरना। 4 से 9 दिसम्बर तक समस्त लैब टेक्नीशियनों द्वारा कार्य करते हुए प्रतिदिन 1 से 2 घण्टे जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन, 10 दिसम्बर से अनिश्चितकालीन हडताल व समस्त कार्यों का बहिष्कार करेंगे।

कई वर्षों से मांगों पर नहीं विचार :

आंदोलन के दौरान कोविड नियमों का पालन भी करेंगे, सभी मेडिकल लैब टेक्नीशियन अपनी जायज मांगों को लेकर आन्दोलन में सम्मिलित हो रहे हैं, लेकिन इस दौरान होने वाली असुविधा की सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। प्रदेश के समस्त मेडिकल लैब टेक्नीशियन पिछले कई वर्षों से अपनी मुख्य माँगों को अपनी आवाज शासन-प्रशासन तक पहुंचाते रहे हैं और पिछले 2 वर्षों के कोरोना संक्रमण के दौरान अपनी जान की बाजी लगाकर सेवा देने के दौरान भी अपने विषयों को उच्च स्तर तक रखा गया, परन्तु आज तक प्रदेश के मेडिकल लैब टेक्नीशियनों की मांगों पर शासन द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया। प्रधानमंत्री द्वारा भी मन की बात कार्यक्रम में इस बात का जिक्र किया गया और कुछ दिन पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा भी मेडिकल लैब टेक्नीशियनो के त्याग समर्पण की सराहना की गई, परन्तु मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के मेडिकल लैब टेक्नीशियनों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया और न उनके हितों पर आज तक कोई सकारात्मक निर्णय लिया गया।

टेक्नीशियनों की मांगें :

अपनी विभिन्न मांगों को लेकर वर्षा से प्रयासरत रहे टेक्नीशियनों ने पहले मांग में पदनाम परिवर्तन मेडिकल लैब टैक्नीशियन करने की मांग की है। दूसरा वेतनमान का पुन:निर्धारण कर ग्रेड पे 2800 से 4200 करने की मांग की है। नियत समय पदोन्नति समय में निर्धारित प्रमोशनल चैनल का निर्धारण किया जाना चाहिए, जिसमें नियत समय में मेडिकल लैब टेक्नीशियन को प्रमोशन प्रत्येक 5 वर्ष में प्रदान किया जाए। नियमित पदों की संख्या बढाने एवं पूर्व से रिक्त पदों की भर्ती की जाये। लैब टेक्नीशियन को आगे बढ़ने के अवसर प्रदेश में लैब के उन्नयन हेतु पी एच सी. सी एच सी सिविल अस्पताल, जिला चिकित्सालय इत्यादि स्थानों पर योग्य एवं अनुभवी मेडिकल लैब टेक्नीशियनों को सी.एच.ओ. के समान विभागीय प्रशिक्षण अथवा विभागीय परीक्षा के माध्यम से लैब साइंटिफिक ऑफिसर पद का सृजन करते हुए पद स्थापना की जाये जिससे मेडिकल लैब टेक्नीशियनों को आगे बढऩे के अवसर प्राप्त हो सके।

लैब असिस्टेंट व लैब अटेंडेंट की नियुक्ति :

प्रत्येक लैब में लैब असिस्टेंट और लैब अटेंडेंट की समुचित संख्या में नियुक्तियां की जाएं ताकि लैब में कार्य सुचारू रूप से हो सके। डेथ क्लेम किसी भी मेडिकल लैब टेक्नीशियन की किसी भी कारण से होने वाले मृत्यु पर डेथ क्लेम राशि 50 लाख रुपये एवं कोविड संक्रमित या कोविड कार्य करते हुए मृत्यु होने पर 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता एवं लैब टेक्नीशियन के परिवार के सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की जाए, रिस्क अलाउंस मेडिकल लैब टेक्नीशियन संक्रमण के खतरे में सबसे ज्यादा संपर्क में रहता है, उसे टी.बी. एच.आई. व्ही, हेपेटाइटिस और कोविड सहित अन्य खतरनाक बीमारियों से संक्रमित होने का खतरा रहता है, अत: लैब टेक्नीशियन को रिस्क अलाउंस या जोखिम भत्ता का प्रावधान किया जाए। संविदा लैब टेक्नीशियनों का नियमितीकरण प्रदेश में कार्यरत नियमित पदों के विरुद्ध राज्य शासन के संविदा लैब टेक्नीशियन, केंद्र व राज्य की परियोजनाओं में कार्यरत समस्त संविदा लैब टेक्नीशियनों को बिना किसी परीक्षा लिए सीधे समायोजन कर नियमित किया जाए। नियमित पदों की भर्ती में प्राथमिकता कोविड-19 महामारी काल में नियुक्त अस्थायी लॅब टेक्नीशियन जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए विपरीत परिस्थितियों में सेवाएं प्रदान की इन्हें प्रदेश में नियमित लैब टेक्नीशियन पदों की भर्ती में प्राथमिकता प्रदान की जाए।

25 लाख तक का हेल्थ कार्ड :

मेडिकल लैब टेक्नीशियन का एम्प्लॉईस हेल्थ कार्ड 25 लाख रुपये तक का होना चाहिए, जिससे आवश्यकता पडऩे पर आसानी से किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज की सुविधा प्राप्त हो सके। अतिरिक्त कार्य भत्ता रूटीन ड्यूटी के अतिरिक्त लिए जाने वाले कार्य (रात्रिकालीन ड्यूटी, एमरजेंसी ड्यूटी वी आई पी ड्यूटी एल. टी. टी. कँप, स्वास्थ्य शिविर इत्यादि) हेतु अतिरिक्त कार्य भत्ता निर्धारित किया जाए। प्रदेश में कार्यरत मेडिकल लैब टेक्नीशियनों को नॉन प्रैक्टिस अलाउस प्राइवेट प्रैक्टिस एवं लैब चलाने की अनुमति प्रदान की जाए। लैब में कार्य समय और लक्ष्य की पुन: समीक्षा पर नई गाइडलाइन निर्धारित की जानी चाहिए ताकि लैब में अनावश्यक विवाद न हो और काम सुचारू रूप से चल सके साथ ही गुणवत्ता के साथ कार्य हो सके। 15 वर्ष 2019 में शासन द्वारा नए नियुक्त हो रहे नियमित लैब टेक्नीशियनों को प्रथम तीन वर्ष तक मूल वेतन का क्रमश: 70, 80, 90 प्रतिशत स्टायफण्ड देने की नीति लागू की गई थी जो कि पूर्णत: अनुचित है, नियुक्ति दिनांक से ही 100 प्रतिशत वेतन के साथ समस्त सुविधाए व भत्ते प्रदान किये जाए साथ ही परिवीक्षा अवधि पूर्ववत 2 वर्ष निर्धारित की जाये। पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए। प्रदेश में लेब टेक्नीशियनो की भर्ती आउटसोर्स या अस्थाई रूप से नहीं करते हुए नियमित पदों पर भर्ती की जाए। इस सभी लंबित मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है।

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