Anuppur : अमेजन ऑनलाईन शापिंग को जिले में बैन कराने व्यापारियों ने सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर, मध्यप्रदेश। गुरूवार को जिले के व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर ऑनलाईन शॉपिंग सिस्टम को बंद कराने हेतु कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से व्यापारियों ने बताया कि ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए अवैध मादक पदार्थ, जहर, हथियार जैसे अनेक अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है, ऐसे विक्रय प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से बैन कर देना चाहिए। वर्तमान में हमारे व्यापारी बंधु जिस बुरे दौर से गुजर रहे हैं उसमें सबसे बड़ा योगदान ऑनलाईन कम्पनियों का है, जिसमें अमेजॉन ऑनलाईन के माध्यम से भिण्ड में अमेजन द्वारा ड्रग्स की खेप पकड़े जाने पर पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गई थी, जिससे अनूपपुर के युवाओं को ये प्रतीत हो रहा है कि कहीं अनूपपुर में भी तो ड्रग्स सप्लाई नहीं हो रही है। अमेजॉन ऑनलाईन द्वारा गांजा, जहर और हथियारों की ऑन लाईन बुकिंग करता है। जिसका उपयोग ज्यादातर युवा करते हैं। जिससे हमारे जिले के युवा इस ऑनलाईन अमेजॉन के चक्कर में बर्बाद हो रहे है। इसलिये हम चाहते हैं कि हमारे जिले में अमेजॉन को तत्काल प्रभाव से बैन किया जाए।
दवाईयोंं के विक्रय का भी विरोध :
ऑनलाईन दवाईयों के विक्रय को लेकर भी इण्डियन फर्मासिस्ट एसोशिएशन करता है, कई तरह के व्यापार के कारण स्थानीय व्यापारी अपनी दुकानें चलाने में परेशानियों से जूझ रहे हैं। ईस्ट इंडिया कंपनी के स्वरूप में जन्मी ऑनलाइन कंपनी अमेजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की है। विगत दिनों भिंड में पुलिस द्वारा ऑनलाइन कंपनी अमेजन द्वारा सप्लाई किया गया 204 गांजा जब्त किया, जिसमे 2 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
चीनी हथियार भी उपलब्ध :
हाल ही में इसी गांजा गैंग द्वारा सप्लाई की गई एक खेप विशाखापटनम में भी पकड़ी गई है। जबलपुर में भी पहले के चाकूबाजी और लूटपाट की घटनाओं में वृद्धि होने के बाद जांच पड़ताल में पता चला कि इन वारदातों में ऑनलाइन से मंगवाए गये चीनी चाकू का उपयोग किया जा रहा है, जिस पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर द्वारा ऑनलाइन कंपनी से जबलपुर जिले में सप्लाई किये गए चीनी चाकुओं का डेटा मांगा गया तो जबलपुर पुलिस ने अपनी जांच में पाया विभिन्न थाना क्षेत्रों में 2358 चीनी चाकू जबलपुर में डिलीयर किये जा चुके है, जोकि पूरी तरह आम एक्ट के उलग्न है।
अमेजन से जहर और हथियार :
इसी तरह इंदौर में एक पिता ने कलेक्टर से शिकायत में बताया कि उसके बेटे ने आत्महत्या करने के लिए ऑनलाइन कंपनी अमेजन से जहर से मंगवाया था, जो स्थानीय स्तर पर आसानी से उपलब्ध नहीं होता, लेकिन ऑनलाइन कंपनी अमेजन द्वारा वो आसानी से भेज दिया गया, जिसके उनके पास साय उपलब्ध है। दिल्ली में बढ़ते गंगवार की जांच करने पर पुलिस ने हितेश राजपूत नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया, तब उसने ये खुलासा किया कि ऑनलाइन प्लेटफार्स फेसबुक पर लोरेन्स विश्रोई नाम का ग्रुप है जिससे वो जुड़ा है और उसी के माध्यम से ऑनलाइन हथियार मंगवाता है, जिसमें होलसेलर देशी विदेशी कट्टों की नुमाइश करते हैं और फेसबुक व्हाट्सएप पर आर्डर मिलने पर ऑनलाइन सप्लाई कर फ्री होम डिलीवरी करके देते हैं और पेमेंट हथियार मिलने के बाद ली जाती है।
सरकार द्वारा कार्यवाही से दूर :
इस मामले में दिल्ली पुलिस में जिसको गिरफ्तार किया है यो हितेश लंगड़ा हिस्ट्री शीटर है और अवैध हथियारों का फुटकर विक्रेता है और वो पाकिस्तानी तस्करों के संपर्क में है और पिछले 4 महीनों से ऑनलाइन सप्लाई कर रहा है, लेकिन होलसेलर अभी भी पुलिस की गिरफ्त के बाहर है और सोचने वाली बात ये है कि ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अपनी स्क्रीनिंग में इन प्रतिबंधित वस्तुओं को पकड़ नहीं पाया और क्या अमेजन जैसी इतनी बड़ी डिलीवरी कंपनियों के पास स्कैनिंग मशीन नहीं है, जो ये सभी उत्पाद स्कैन करके सप्लाई कर सके, ये एक बहुत बड़ा प्रश्न है या जानबूझकर ज्यादा पैसों के लालच में इनके द्वारा कूरियर सर्विस दी जा रही है और सबसे बड़ा प्रश्न तो ये है इतने समय से देश के विभिन्न संगठनों द्वारा इन कंपनियों की कारगुजारियों के खिलाफ सरकार से शिकायत करते आ रहे, लेकिन सरकार द्वारा कार्यवाही तो दूर पूछताछ तक नहीं की जाती, जिससे ये पता चलता है कि भारत सरकार किस तरह से अंतराष्ट्रीय दबाव में है।
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