भोपाल के आबिद हुसैन के प्रयास से हुई आसाराम की वतन वापसी
भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश में जहां कोरोना का संकट व्याप्त है वहीं दूसरी तरफ आपराधिक घटनाएं और मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं बता दें कि इस बीच मोटी तनख्वाह की लालच में पड़कर मलेशिया पहुंचने के बाद वहां फंसे अकबरपुर तहसील क्षेत्र के मालीपुर के निकट स्थित तारा खुर्द गांव निवासी आशा राम पुत्र राम सूरत की सय्यद आबिद हुसैन के प्रयास से वतन वापसी हो गई।
बताया गया कि वह 11 दिसम्बर 2018 को टेंट हाउस और रेसटोरेंट के काम के लिए एजेंट के बहकावे में पड़कर मलेशिया गया था। उसे 18 हजार भारतीय रूपये देने का वादा किया गया था। इसके विपरीत उसे न तो सैलरी दी जा रही थी और न ही वापस आने दिया जा रहा था। आरोप है कि आशाराम आना चाहता था पर उसका एजेंट आने नहीं दे रहा था। ऐसे में आशाराम के परिजन परेशान थे।
इसी बीच आसाराम के परिजनों ने इस तरह का अभियान चला रहे। आबिद हुसैन से मिलकर अपनी बात बताई। जिसके बाद आबिद हुसैन ने उसे निकालने की योजना बनानी शुरू कर दी। जिसमें आज उन्हें सफलता मिल गई। और आसाराम सकुशल भारत आगये! आसाराम की मदद के लिए आबिद हुसैन और आसाराम के पिता राम सूरत ने विदेश मंत्री डॉ सुब्रह्मण्यम जयशंकर और राजदूत श्री मृदुल कुमार और भारत मलेशिया एम्बेसी का शुक्रिया अदा किया।
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