भोपाल, मध्यप्रदेश। प्रदेश में महामारी कोरोना का संकट जहां अब तक थमा नहीं है वहीं दूसरी तरफ बढ़ते संक्रमण का असर अब हर कार्ययोजना पर पड़ता नजर आ रहा है, इस बीच ही बीते दिनों से कई विधायकों के कोरोना की चपेट में आने के बाद अब 21 सितंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र को लेकर चिंता बढ़ गई। जिसे लेकर सख्त तैयारियों के साथ ही सत्र शुरू करने की बात पर जोर दिया जा रहा है।
विधानसभा ने सभी कलेक्टरों को लिखी चिट्ठी
इस संबंध में, बढ़ते संक्रमण के प्रभाव और संख्या को देखते हुए विधानसभा ने सभी कलेक्टरों को चिट्ठी लिख दी है कि वे सत्र से पांच दिन पहले की विधायकों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट भेजें, ताकि यह स्पष्ट हो जाए कि, विधायक संक्रमित है या नहीं। इसके अलावा विधानसभा भी अपने 100 अधिकारियों व कर्मचारियों की कोरोना जांच 15 सितंबर को कराएगा ताकि संक्रमण को लेकर तस्वीर साफ रहे ये कर्मचारी सदन के काम में जुटते हैं।
मुख्यमंत्री से लेकर विधायक तक 38 है कोरोना संक्रमित
इस संबंध में आपको बताते चलें कि, बीते दिन रविवार काे मंत्री विजय शाह, बैतूल विधायक ब्रम्हा भलावी, भाेपाल के पूर्व सांसद आलाेक संजर की रिपाेर्ट काेराेना पाॅजिटिव आई है। इन्हें मिलाकर अब तक 18% सदन संक्रमित हो चुका है। जहां विधानसभा के 203 सदस्यों में से 38 अब तक संक्रमित मिले है। साथ ही बताया जा रहा है कि, विधानसभा अपने परिसर में भी सत्र के दौरान स्वास्थ्य अमले को रखेगी, ताकि जिन विधायकों की जांच रिपोर्ट नहीं आई होगी, उनकी जांच की जा सके।
छोटा सत्र रखने पर दिया जा रहा है जोर
इस संबंध में, विधानसभा सत्र को छोटे रूप में रखने पर जोर दिया जा रहा है। जिसमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व विधायक सीता सरन शर्मा ने कहा कि संवैधानिक बाध्यताएं हैं, जिन्हें पूरा करना होगा। कई राज्य सत्र बुला रहे हैं। यह जरूर है, इसे एक दिन का किया जा सकता है। साथ ही बताते चलें कि, पंजाब में सत्र के बीच ही 23 विधायक संक्रमित पाए गए तो वहीं उत्तरप्रदेश में मात्र ढाई घंटे का ही सत्र ही आयोजित किया गया है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।