प्राचार्य ने नहीं रखा प्रोटोकॉल का ध्यान, विभाग पर गिर सकती थी गाज

भोपाल, मध्यप्रदेश : शासकीय कमला नेहरू स्कूल की प्राचार्य ने एक रचनात्मक कार्य करने के अति उत्साह में बड़ी गलती कर डाली।
विभाग पर गिर सकती थी गाज
विभाग पर गिर सकती थी गाजSocial Media

राज एक्सप्रेस। शासकीय कमला नेहरू स्कूल की प्राचार्य ने एक रचनात्मक कार्य करने में अति उत्साह में बड़ी गलती कर डाली। विद्यालय प्रांगण में स्थापित की गई कंप्यूटर लैब का उद्घाटन कराने के लिए इन्होंने विभाग को बिना सूचना दिए सीधे उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को आमंत्रित कर डाला। इधर डीईओ का कहना है कि, किस्मत अच्छी रही कि अयोध्या निर्णय मामले को लेकर यूपी की गवर्नर यहां नहीं आई, अन्यथा विभाग के आला अधिकारियों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ती।

बता दें कि पिछले साल मप्र की पूर्व और मौजूदा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महामहिम आनंदी बेन पटेल ने टीटीनगर स्थित शासकीय कन्या कमला नेहरू स्कूल का निरीक्षण किया था। उस दौरान प्रबंधन की मांग पर उन्होंने स्कूल में कंप्यूटर लैब बनाने की सहमति दी थी। पूर्व राज्यपाल के सहयोग से यहां पर इंडियन आयल द्वारा बेहतर कंप्यूटर लैब तैयार करवाई गई थी। करीब आठ माह से यह लैब बनकर तैयार है, लेकिन इसका उद्घाटन नहीं हो पाया था। इसे चालू कराने के लिए स्कूल प्राचार्य ने विभाग की अनुमति लिए बिना उार प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को आमंत्रित कर दिया।

दो दिन पूर्व खेलों के समापन के अवसर पर यह जानकारी विभाग के आला अधिकारियों के संज्ञान में तब आई, जब प्राचार्य स्वयं वहां पहुंचीं। प्राचार्य ने जब मौखिक रूप से कहा कि रविवार 10 नवंबर को कंप्यूटर लैब का उद्घाटन है, जिसमें उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने की अनुमति दी है। यह बात सुनकर अफसर भी चिंता में पड़ गये। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को आप विभाग को बिना सूचना दिए सीधे कैसे आमंत्रित कर सकती हैं।

राज्यपाल जैसी शख्यियत के लिए प्रोटोकॉल की जरूरत होती है। इसकी जानकारी शासन और प्रशासन एवं विभाग को देनी पड़ती है। ताकि प्रोटोकॉल का पालन हो सके। अधिकारी स्वयं स्वीकार कर रहे हैं कि अयोध्या मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल नहीं आ सकीं। अन्यथा प्राचार्य की इस गलती की कीमत विभाग को चुकानी पड़ती। इस संबंध में जेडी राजीव तोमर ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। वहीं स्कूल प्राचार्य पुष्पा राव से दूरभाष पर दो बार संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने मोबाइल रिसीव करना उचित नहीं समझा।

प्राचार्य ने नहीं दी लिखित में कोई सूचना: डीईओ इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना का कहना है कि उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल को आमंत्रित करने के संबंध में शासकीय कमला नेहरू स्कूल की प्राचार्य द्वारा लिखित में कोई सूचना नहीं दी गई। डीईओ सक्सेना ने कहा कि राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर विराजमान व्यक्ति को आमंत्रित करने के पहले विभाग के आला अधिकारियों को सूचना देना और अनुमति लेना जरूरी है, लेकिन प्राचार्य ने ऐसा नहीं किया। डीईओ श्री सक्सेना ने बताया कि अयोध्या निर्णय को लेकर प्राचार्य की किस्मत अच्छी रही कि महामहिम राज्यपाल नहीं आई। अन्यथा बड़ी दिक्कतें आ सकती थीं।

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